राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को उनके अटूट विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए भारतीय अमेरिकी काश पटेल ने अमेरिकी न्याय प्रणाली में पारदर्शिता लाने और राजनीतिकरण को समाप्त करने का वादा किया। पटेल गुरुवार को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के 9वें निदेशक बन गये।
44 वर्षीय पटेल ने गुरुवार को अमेरिकी सीनेट द्वारा 51-49 मतों से इस पद के लिए उनकी पुष्टि करने के बाद कहा कि FBI के पास 'जी-मेन' से लेकर 9/11 के मद्देनजर हमारे देश की सुरक्षा करने तक की एक शानदार विरासत है। अमेरिकी लोग एक ऐसी FBI के हकदार हैं जो पारदर्शी, जवाबदेह और न्याय के प्रति प्रतिबद्ध हो। हमारी न्याय प्रणाली के राजनीतिकरण ने जनता के विश्वास को खत्म कर दिया है लेकिन यह आज समाप्त हो रहा है।
ब्लैक हिस्ट्री मंथ मनाने के लिए व्हाइट हाउस में आयोजित एक रिसेप्शन में ट्रम्प ने कहा कि आज हमने काश पटेल को मंजूरी दे दी है, जो बहुत अच्छी बात है। पटेल नौवें FBI निदेशक हैं और इस प्रक्रिया में उन्होंने शीर्ष अमेरिकी जांच एजेंसी का नेतृत्व करने वाले पहले भारतीय अमेरिकी और हिंदू अमेरिकी बनकर इतिहास रचा है। पटेल को ट्रंप का खासा वफादार माना जाता है।
पुष्टि के बाद पटेल ने कहा कि मैं संघीय जांच ब्यूरो के नौवें निदेशक के रूप में पुष्टि किए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। आपके अटूट विश्वास और समर्थन के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प और अटॉर्नी जनरल बॉन्डी को धन्यवाद।
भारतीय अमेरिकी पटेल ने कहा कि FBI निदेशक के रूप में मेरा मिशन स्पष्ट है: अच्छे पुलिस वालों को पुलिसवाला ही रहने दें और FBI में विश्वास का पुनर्निर्माण करें। उन्होंने कहा कि ब्यूरो के समर्पित पुरुषों और महिलाओं और हमारे सहयोगियों के साथ काम करते हुए हम एक ऐसी FBI का पुनर्निर्माण करेंगे जिस पर अमेरिकी लोगों को गर्व हो। और उन लोगों के लिए जो अमेरिकियों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं- इसे अपने लिए चेतावनी समझें। हम धरती के हर कोने में आपकी तलाश करेंगे। सबसे पहले मिशन है यानी अमेरिका हमेशा। चलो काम पर लगते हैं।
पुष्टि प्रक्रिया के दौरान सभी 47 डेमोक्रेट्स ने पटेल के खिलाफ वोट किया। दो रिपब्लिकन सीनेटर सुसान कोलिन्स और लीजा मुर्कोव्स्की पटेल के विरोध में डेमोक्रेट में शामिल हो गए। 100 सदस्यीय सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के 53 सीनेटर हैं। सीनेट में बहुमत के नेता जॉन थ्यून ने कहा कि पटेल FBI की अखंडता को बहाल करेंगे।
यह देखते हुए कि पटेल ने अपना करियर आपराधिक कानून और राष्ट्रीय सुरक्षा में काम करते हुए बिताया है थ्यून ने कहा कि उन्होंने लॉ स्कूल के बाद अपने पहले आठ साल फ्लोरिडा में राज्य और संघीय अदालतों में एक सार्वजनिक रक्षक के रूप में बिताए। 2014 में, उन्हें अमेरिकी न्याय विभाग में आतंकवाद अभियोजक के रूप में लाया गया। अल-कायदा और अल-शबाब जैसे आतंकवादी संगठनों पर मुकदमा चलाया गया। वहां से वह हाउस इंटेलिजेंस कमेटी और फिर पटेल पहले ट्रम्प प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा में काम करने लगे।
पटेल ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में काम किया जहां उन्होंने अन्य संवेदनशील मिशनों के अलावा बंधकों को छुड़ाने का काम भी संभाला। उन्होंने राष्ट्रीय खुफिया के कार्यवाहक निदेशक के प्रमुख डिप्टी और बाद में कार्यवाहक रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में भी काम किया।
हाउस ज्यूडिशियरी कमेटी के अध्यक्ष जिम जॉर्डन ने कहा कि पटेल FBI का नेतृत्व करने के लिए सही समय पर सही व्यक्ति हैं। ओबामा और बाइडन प्रशासन के तहत वर्षों के हथियारीकरण और दुर्व्यवहार के बाद काश FBI से राजनीति का सफाया करेंगे और एजेंसी को वह करने पर फिर से ध्यान केंद्रित करेंगे जो उसे करना चाहिे। यानी अपराध को रोकना और जनता की रक्षा करना।
सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा कि FBI काश पटेल के साथ अच्छे हाथों में रहेगी। काश अमेरिकियों के विश्वास को बहाल करने के लिए और FBI को साफ करने के लिए सही व्यक्ति हैं क्योंकि FBI राजनीतिक संगठन नहीं है। यह एक कानून प्रवर्तन संगठन है।
हालांकि पुष्टि प्रक्रिया के दौरान काश का विरोध करने वाले डेमोक्रेट्स अपनी चिंताएं ब्यक्त करते रहे। पटेल के खिलाफ मतदान करने के कारणों को साझा करते हुए रिपब्लिकन सीनेटर सुसान कोलिन्स ने कहा कि एक ऐसे FBI निदेशक की अत्यधिक आवश्यकता है जो निश्चित रूप से अराजनीतिक हो। हालांकि पटेल के पास 16 साल की समर्पित सार्वजनिक सेवा है, लेकिन पिछले चार वर्षों में उनका समय उच्च प्रोफ़ाइल और आक्रामक राजनीतिक गतिविधि का रहा है। वहीं, सीनेटर मुर्कोव्स्की ने कहा कि पटेल के प्रति उनकी आपत्तियां उनकी अपनी पूर्व राजनीतिक गतिविधियों से हैं।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login