भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल को वाशिंगटन के सोशल एंड हेल्थ डिपार्टमेंट (WA-DSHS) के लिए फेडरल सरकार से 4 मिलियन डॉलर से अधिक की वित्तीय मदद हासिल करने में कामयाबी मिली है।
कुल 4,039,516 डॉलर का यह आवंटन होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) द्वारा संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (फेमा) और अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा विभाग (सीबीपी) के जरिए प्रदान किया गया है। इसका उद्देश्य किंग काउंटी में आने वाले प्रवासियों का सपोर्ट करना है।
आप्रवासन अखंडता, सुरक्षा एवं प्रवर्तन उपसमिति की रैंकिंग मेंबर प्रमिला जयपाल ने एक बयान में कहा कि अमेरिका में प्रवासियों का स्वागत करने में वाशिंगटन राज्य का लंबा इतिहास रहा है। मुझे वाशिंगटन के प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलकर इस आवश्यक मदद की पैरोकारी करने और इसे हासिल करने पर गर्व है।
उन्होंने आगे कहा कि इस संघीय मदद से राज्य और स्थानीय सरकारों के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही समुदाय व गैर-लाभकारी भागीदारों खासकर कांगो और वेनेजुएला के प्रवासियों को आवश्यक आश्रय और सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी। शरण मांगना लोगों का अधिकार है और सभी लोगों को गरिमा के साथ ऐसा करने का हक मिलना ही चाहिए।
इस आवंटन से वाशिंगटन राज्य में ऐसे प्रवासियों को भोजन, आश्रय, कपड़े, चिकित्सा देखभाल और परिवहन जैसे महत्वपूर्ण संसाधन प्रदान करने में मदद मिलेगी जो हाल ही में आए हैं और आव्रजन अदालत की कार्यवाही का इंतजार कर रहे हैं।
प्रमिला जयपाल ने इस फंडिंग को हासिल करने में सक्रिय भूमिका निभाई है। जून में उन्होंने अनुदान के लिए समर्थन पत्र साइन किया था। नवंबर 2023 में अधिक से अधिक संस्थाओं के लिए आश्रय एवं सेवा कार्यक्रम निधि (एसएसपी-सी) की उपलब्धता का विस्तार करने की मांग करते हुए पत्र भी लिखा था।
इस साल जनवरी में उन्होंने रिवर्टन पार्क यूनाइटेड मेथोडिस्ट चर्च का दौरा किया था, जो शरण चाहने वालों को आपातकालीन आश्रय और सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस दौरान जयपाल ने सामुदायिक संगठनों, स्वयंसेवकों, अधिवक्ताओं और प्रवासियों के साथ वार्ता करके सामुदायिक संगठनों और स्थानीय सरकारों के लिए संघीय समर्थन की आवश्यकता पर चर्चा की थी।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login