अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने 2 जुलाई को स्वीकार किया कि पिछले हफ्ते हुए राष्ट्रपति पद के बहस में उनका प्रदर्शन सबसे अच्छा नहीं था। हालांकि, इस खराब बहस का ठीकरा वह अपनी विदेश यात्रा पर फोड़ रहे हैं। बाइडेन ने अपने खराब प्रदर्शन के लिए जून में दो विदेश यात्राओं के कारण 'जेट लैग' (Jet Lag) को दोष दिया है। पिछले हफ्ते बहस में बाइडेन के कमजोर प्रदर्शन के बाद से उनके 2024 के चुनाव अभियान को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। प्रतिनिधि सभा के एक डेमोक्रेटिक सांसद ने सार्वजनिक रूप से बाइडेन से चुनाव से हटने का आग्रह किया है।
2 जुलाई की शाम को वर्जीनिया के मैकलीन में एक चुनाव अभियान कार्यक्रम में बोलते हुए बाइडेन ने स्वीकार किया कि रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उनकी बहस अच्छी नहीं हुई। बाइडेन ने कहा कि मेरी रात अच्छी नहीं रही, लेकिन सच्चाई यह है कि मैं बहुत स्मॉर्ट नहीं था। उन्होंने एक चुनाव अभियान में बिना किसी टेलीप्रॉम्प्टर की सहायता के कहा कि बहस से पहले मैंने दुनिया भर में एक दो बार यात्रा करने का फैसला किया, लगभग 100 टाइम जोंस से गुजरते हुए ... ।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने स्टाफ की बात नहीं मानी और वापस आया और मंच पर लगभग सो गया। यह कोई बहाना नहीं है, लेकिन यह एक सफाई है।
दरअसल, राष्ट्रपति बाइडेन पिछले महीने दो हफ्तों के भीतर दो अलग-अलग यात्राओं पर फ्रांस और इटली गए थे। वे 15 जून को लॉस एंजिल्स में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इटली के बारी में जी-7 शिखर सम्मेलन से रातों-रात उड़ान भरी थी। वे अगले दिन वाशिंगटन लौट आए। फिर उन्होंने 27 जून की बहस की तैयारी के लिए छह दिन कैम्प डेविड में बिताए। उन्होंने अपने दानदाताओं से खराब प्रदर्शन के लिए खेद जताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव जीतना महत्वपूर्ण है।
व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने बहस के दौरान बाइडेन के खराब प्रदर्शन का कारण सर्दी और जुकाम को बताया है। उनका कहना है कि हालांकि बाइडेन ने 2 जुलाई के फंडरेसर के दौरान बीमार होने का कोई जिक्र नहीं किया।
एक नए सर्वेक्षण के अनुसार एक तिहाई डेमोक्रेट्स का मानना है कि बाइडेन को बहस के बाद अपने चुनाव अभियान को समाप्त कर देना चाहिए। लेकिन ट्रम्प के खिलाफ एक काल्पनिक मुकाबले में कोई भी प्रमुख निर्वाचित डेमोक्रेट बाइडेन से बेहतर नहीं है। सर्वेक्षण में पाया गया कि 78 वर्षीय ट्रम्प और 81 साल के बाइडेन दोनों के ही पास 40 प्रतिशत रजिस्टर्ड मतदाताओं का समर्थन है। इससे पता चलता है कि बहस के बाद बाइडेन का आधार कम नहीं हुआ है। चुनाव 5 नवंबर को है।
जानकारों का कहना है कि जेट लैग को ‘टाइम जोन चेंज सिंड्रोम’ भी कहा जाता है। बार-बार जगह और टाइम बदलने से सेहत पर काफी असर पड़ता है। ज्यादा घूमने वाले लोग जेट लैग का शिकार हो जाते हैं, जिससे उनकी नींद खराब होने लगती है और तबीयत बिगड़ने लगती है। टाइम जोन में बदलाव के अलावा हवाई जहाज के केबिन में ऑक्सीजन की कमी और हवा का दबाव कम होने कारण भी जेट लैग की समस्या हो सकती है। इसकी वजह से नींद की साइकल बिगड़ जाती है और मेलाटोनिन हार्मोन कम बनता है। मेलाटोनिन का स्तर कम होने से नींद व अन्य मानसिक समस्याएं पैदा होती हैं।
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