ADVERTISEMENTs

इमेजिंग में किया कमाल, प्रो. अशोक वीराराघवन को मिला ये प्रतिष्ठित पुरस्कार

अशोक वीराराघवन राइस यूनिवर्सिटी के जॉर्ज आर ब्राउन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में प्रोफेसर हैं। वह इलेक्ट्रिकल व कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटर साइंस पढ़ाते हैं।

प्रो अशोक वीराराघवन की खोज से अदृश्य चीजों को देखने में मदद मिलती है।  / profiles.rice.edu/

भारतीय अमेरिकी प्रो. अशोक वीराराघवन को प्रतिष्ठित एडिथ एंड पीटर ओ'डोनेल (Edith and Peter O’Donnell) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें क्रांतिकारी इमेजिंग टेक्नोलोजी के लिए प्रदान किया गया है। इसके जरिए अदृश्य चीजों को भी देखना संभव हो सका है। 

प्रो. वीराराघवन को यह अवॉर्ड टेक्सास एकेडमी ऑफ मेडिसिन, इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलोजी (TAMEST) की तरफ से दिया गया है। यह एकेडमी की तरफ से मेडिसिन, इंजीनियरिंग, बायलोजिकल साइंस, फिजिकल साइंस और टेक्नोलोजी इनोवेशन के क्षेत्र में लीक से हटकर खोज करने वाले शोधकर्ताओं को दिया जाने वाला वार्षिक पुरस्कार है। 

अशोक वीराराघवन राइस यूनिवर्सिटी के जॉर्ज आर ब्राउन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में प्रोफेसर हैं। वह इलेक्ट्रिकल व कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटर साइंस पढ़ाते हैं। राइस यूनिवर्सिटी की प्रेस रिलीज के मुताबिक, अशोक की रिसर्च उन परिस्थितियों में भी वस्तुओं को देखने में सक्षम बनाती है, जहां प्रकाश के बिखरने के कारण वर्तमान इमेजिंग तकनीक के जरिए उन्हें देखना संभव नहीं हो पाता। 

राइस अपनी टीम के साथ ऐसा इमेजिंग सिस्टम बनाने पर भी काम कर रहे हैं, जो मल्टी डायमेंशनल इमेज सेंसर और मशीन लर्निंग के जरिए प्रकाश के बिखराव और पारदर्शी बिखराव के प्रभावों को कम कर सकता है। उनकी कम्प्यूटेशनल इमेजिंग लैब ऐसी इमेजिंग प्रक्रियाओं पर शोध करती है जो मौजूदा तकनीक की पहुंच से परे हैं। इसके लिए वह ऑप्टिक्स और सेंसर डिजाइन से लेकर मशीन लर्निंग प्रोसेसिंग एल्गोरिदम तक का इस्तेमाल करते हैं। 

प्रेस रिलीज में वीराराघवन के हवाले से कहा गया है कि आजकल अधिकतर इमेजिंग सिस्टम इस तरह से डिजाइन किए गए हैं कि इन तीनों चीजों को एक साथ ध्यान में नहीं रखा जाता है। उन्हें अलग-अलग डिजाइन किया गया है। इन्हें साथ रखकर तैयार किया गया डिज़ाइन ऐसी इमेजिंग संभावनाओं के द्वार खोलने में सक्षम बनाता है, जो इसके बिना संभव नहीं हैं।

TAMEST के बारे में बताएं तो इसकी स्थापना 2004 में रिचर्ड स्माले द्वारा की गई थी। यह 330 सदस्यों का संगठन है जिसमें टेक्सास स्थित नोबेल पुरस्कार विजेता के अलावा नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन, नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग और रॉयल सोसाइटी के सदस्य शामिल हैं।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related