अमेरिका की डीसी सर्किट कोर्ट ने एक अहम फैसले में टिकटॉक की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उसने प्रोटेक्टिंग अमेरिकन्स फ्रॉम फॉरेन एडवर्सरी कंट्रोल्ड एप्लिकेशन एक्ट को चुनौती दी थी। भारतीय मूल के सांसद ने इस फैसले को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम बताया है।
टिकटॉक मामले पर विचार के लिए बनी प्रवर समिति के रैंकिंग सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने टिकटॉक के विनिवेश संबंधी कानून पर अदालत के फैसले की तारीफ की और टिकटॉक तथात चीनी मूल की कंपनी बाइटडांस के बीच संबंध खत्म करने की तत्काल जरूरत पर जोर दिया।
कृष्णमूर्ति ने कहा कि इस वक्त सरकार की सभी तीन शाखाओं का एक ही निष्कर्ष है- बाइटडांस पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का नियंत्रण है और बाइटडांस का टिकटॉक ऐप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। इस खतरे को टिकटॉक के विनिवेश के अलावा अन्य किसी तरीके से कम नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि बाइटडांस को अब यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि यह कानून अब अमेरिका का कानून है। इस कानून को तैयार करने में मेरी भी भूमिका रही है। टिकटॉक जब तक चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण में रहेगा, वह हमारी सुरक्षा के लिए खतरा बना रहेगा।
अदालत के इस फैसले को उन सत्तारूढ़ सांसदों की जीत माना जा रहा है जो लंबे समय से कहते रहे हैं कि अमेरिकी संप्रभुता और यूजर्स डेटा की सुरक्षा के लिए बाइटडांस काफी खतरनाक है।
समिति के चेयरमैन जॉन मूलनार ने भी अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए इसे अमेरिकी यूजर्स की जीत और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की हार बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिकी स्वामित्व में टिकटॉक कहीं ज्यादा बेहतर तरीके से काम कर सकेगा।
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