लुइसियाना के रिपब्लिकन गवर्नर जेफ लैंड्री ने हाल ही में राज्य की सभी सरकारी स्कूलों के क्लासरूम में दस आज्ञाओं को प्रदर्शित करने वाले पोस्टर लगाने का कानून पास किया था। अब प्रमुख हिंदू धार्मिक नेता राजन जेड ने प्राचीन भारतीय ग्रंथ भगवद्गीता के संस्कृत श्लोकों भी साथ में प्रदर्शित करने की मांग की है।
यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुइज्म के अध्यक्ष राजन जेड ने एक बयान में कहा है कि हिंदू धर्म का पालन करने वाले इस कानून का समर्थन करते हैं और चाहते हैं कि प्राचीन संस्कृत ग्रंथ भगवद्गीता के श्लोक लिखे पोस्टर भी साथ में प्रदर्शित किए जाएं।
जेड ने जोर देकर कहा कि भगवद्गीता ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण दस्तावेज है और इसे दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है। माना जाता है कि इस पवित्र ग्रंथ में लिखी गई बातों को भगवान कृष्ण ने स्वयं बोला था। ऐसे में लुइसियाना के पब्लिक स्कूलों की कक्षाओं में इसे प्रदर्शित किया जाना चाहिए।
राजन जेड ने भगवद्गीता के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि कई प्रसिद्ध अमेरिकी इससे प्रेरणा ले चुके हैं, जिनमें दार्शनिक निबंधकार हेनरी डेविड थोरो, सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर, उपन्यासकार दार्शनिक एल्डस हक्सले, निबंधकार कवि राल्फ वाल्डो इमर्सन और सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंस्टीन शामिल हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भगवद्गीता के पोस्टर बनाने, छापने और लगाने पर जो भी खर्च आएगा, उसे हिंदू समुदाय वहन करने के लिए तैयार है। हम चाहते हैं कि इसका कोई कोई वित्तीय खर्च राज्य सरकार या स्कूलों पर न पड़े।
उनका कहना है कि लुइसियाना के पब्लिक स्कूलों में भगवद्गीता के छंदों को प्रदर्शित करने से छात्रों को अच्छे संस्कार मिलेंगे और वह संतुलित व प्रबुद्ध नागरिक बन सकेंगे। इससे उनमें नैतिकता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
गौरतलब है कि अमेरिका में करीब 30 लाख हिंदू हैं। लुइसियाना हर पब्लिक स्कूल में अनिवार्य रूप से दस आज्ञाओं को प्रदर्शित करने वाला पहला अमेरिकी राज्य है।
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