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मेक्सिको सिटी में बना पहला राम मंदिर, भारत से लाई गई हैं मूर्तियां, प्रवासी भारतीयों में उत्साह

नवनिर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित मूर्तियों को भारत से लाया गया है। एक अमेरिकी पुजारी ने मैक्सिकन मेजबानों के साथ इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान भारतीय डायस्पोरा के सदस्य उपस्थित थे। सबने मिलकर उत्सव में भजन गाए। मेक्सिको में भारतीय दूतावास ने समारोह की झलकियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है।

मेक्सिको में भगवान राम को समर्पित पहले मंदिर का उद्घाटन किया गया है। / X/IndEmbMexico

अयोध्या में जन्मस्थान पर बने मंदिर में भागवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार 22 जनवरी को पूरे विधि विधान के साथ संपन्न हो गई। वहीं, मेक्सिको में भी भगवान राम को समर्पित पहले मंदिर का उद्घाटन किया गया है। क्वेरेटारो शहर में बने इस मंदिर का अभिषेक समारोह 21 जनवरी को संपन्न हुआ।

नवनिर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित मूर्तियों को भारत से लाया गया है। एक अमेरिकी पुजारी ने मैक्सिकन मेजबानों के साथ इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान भारतीय डायस्पोरा के सदस्य उपस्थित थे। सबने मिलकर उत्सव में भजन गाए। मेक्सिको में भारतीय दूतावास ने समारोह की झलकियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया है।

यह मंदिर मेक्सिको में भगवान राम का पहला मंदिर है। अयोध्या में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह की पूर्व संध्या पर मेक्सिको के क्वेरेटारो शहर को इसे स्थापित किया गया है। बता दें कि क्वेरेटारो में पहले से ही भगवान हनुमान का मंदिर विद्यमान है। समारोह मैक्सिकन मेजबानों और भारत से लाई गई मूर्तियों के साथ एक अमेरिकी पुजारी द्वारा किया गया। इस दौरान वातावरण दिव्य ऊर्जा से भर गया। भारतीय प्रवासी द्वारा गाए गए भजन और संगीत पूरे हॉल में गूंज रहे थे।

अक्टूबर 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक मेक्सिको में भारतीय समुदाय की संख्या लगभग 8,000 है। उनमें से लगभग एक तिहाई मेक्सिको सिटी में रहते हैं, जबकि बाकी ग्वाडलजारा, मॉन्टेरी, क्वेर्नावाका, क्वेरेटारो और कैनकन में फैले हुए हैं। उत्तर अमेरिकी देश में भारतीय आबादी का बड़ा हिस्सा विभिन्न कंपनियों के लिए काम करने वाले आईटी पेशेवर हैं। अन्य भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के अधिकारी, शिक्षाविद और व्यवसायी हैं जो ज्यादातर फार्मास्यूटिकल्स और कपड़ा सेक्टर में काम करते हैं।

इस बीच अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को संपन्न हो गया है। उत्तर प्रदेश राज्य में नवनिर्मित राम जन्मभूमि मंदिर में राम मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के समय भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सदियों के धैर्य, बेशुमार त्याग, त्याग और तपस्या के बाद हमारे श्रीराम यहां तक पहुंचे हैं। उन्होंने समारोह के दौरान गर्भगृह के माध्यम से दिव्य ऊर्जा का अनुभव करने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमारा रामलला अब टेंट में नहीं रहेगा। यह दिव्य मंदिर अब उनका घर है।

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