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स्टैनफोर्ड ने खारिज किया तो भारतीय मूल के छात्र ने की 'भीष्म प्रतिज्ञा', कहा- मैं दुनिया को बदल डालूंगा

अमल की आकांक्षाएं उस समय ध्वस्त हो गईं जब उन्हें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया, यूएसए से एक अस्वीकृति पत्र मिला। मगर अमल ने X का रुख किया और रिजेक्शन लेटर के साथ जो पोस्ट किया उसे पढ़कर हर कोई हैरान है।

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया / Image : X@Stanford

भारत के न जाने कितने ही छात्र विदेश में पढ़ाई करने का सपना देखते हैं। अपने सपनों के विश्वविद्यालय की तलाश में वे अपनी कई रातों की नींद खराब करते हैं और फिर बड़े उत्साह के साथ आवेदन करते हैं। मगर ज्यादातर की हसरत टूट जाती है। मगर जब इसी तरह का झटका एक भारतीय मूल के X यूजर अमल को लगा तो सोचिये क्या हुआ?

अमल की आकांक्षाएं उस समय ध्वस्त हो गईं जब उन्हें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया, यूएसए से एक अस्वीकृति पत्र मिला। मगर अमल ने X का रुख किया और रिजेक्शन लेटर के साथ जो पोस्ट किया उसे पढ़कर हर कोई हैरान है। अमल ने अपनी पोस्ट में स्टैनफोर्ड का रिजेक्शन लेटर साझा किया है और लिखा- मुझे आज @stanford द्वारा अस्वीकार कर दिया गया (हालाँकि, मैं अभी भी दुनिया को बदलूंगा)।



31 मार्च को साझा की गई अमल की इस पोस्ट ने बड़ी संख्या में नेटिजंस का ध्यान खींचा। यह सही है कि अस्वीकार को कई लोग अपने जीवन में एक झटके के तौर पर लेते हैं मगर अमल की इस पोस्ट पर कई यूजर्स ने सहानुभूति जताई तो कई ने अपनी आपबीती बताकर दिलासा भी दिया। कई रिएक्शन ऐसे थे जिनमें यूजर को स्टैनफोर्ड ने ही खारिज किया था। 

एक यूजर ने लिखा कि अपने जीवन में स्टैनफोर्ड ने मुझे 3 बार खारिज किया...लेकिन हार मत मानो, आगे बढ़ते रहो। एक अन्य ने लिखा- होम डिपो ने अपनी अलमारियों में रखने के लिए मेरे उत्पादों को मंजूरी देने से पहले मुझे तीन बार अस्वीकार कर दिया था। बस जुटे रहो, तुम कर लोगे। 

तीसरी टिप्पणी- चलते रहो, अमल! यह पहली कुछ नौकरियों के लिए दरवाजे खोलता है लेकिन डिग्री तब अप्रासंगिक हो जाती है जब लोग वास्तविक अनुभव प्राप्त करते हैं और आउटपुट के अनुसार खुद को क्रमबद्ध करते हैं। जो भी ज्ञान आप हासिल करने की उम्मीद करते हैं वह अभी भी आपके लिए उपलब्ध है। 

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