भारतीय-अमेरिकी प्रतिनिधि अमी बेरा ने स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग (HHS) का नेतृत्व करने के लिए रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर के नामांकन का विरोध किया है। इस तरह वह अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के साथी डेमोक्रेटिक चिकित्सकों की विरोध मुहिम में शामिल हो गए हैं।
बेरा पेशे से चिकित्सक हैं और कांग्रेस में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले भारतीय अमेरिकी हैं। बेरा ने सार्वजनिक स्वास्थ्य में तथ्य-आधारित नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर दिया और सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों तथा वैक्सीन संबंधी गलत सूचनाओं को लेकर कैनेडी के रुख पर अपनी चिंताओं का हवाला दिया।
छह सांसदों के समूह ने संयुक्त बयान में कहा गया है कि चिकित्सकों के रूप में हम इस बात से भयभीत हैं कि उनकी पुष्टि से न केवल हमारे मरीजों का बल्कि सभी अमेरिकियों का भी नुकसान होगा। अमेरिकी लोग एक ऐसे HHS सचिव के पात्र हैं जो विज्ञान, साक्ष्य और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता द्वारा निर्देशित हो।
बेरा कांग्रेस में अपने पूरे कार्यकाल के दौरान साक्ष्य-आधारित स्वास्थ्य सेवा नीति के मुखर समर्थक रहे हैं। उन्होंने टीके की पहुंच, प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल और मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का समर्थन किया है। कैनेडी के नामांकन का उनका विरोध चिकित्सा समुदाय के भीतर व्यापक चिंताओं से मेल खाता है।
15,000 से अधिक डॉक्टरों ने वैक्सीन के बारे में गलत सूचना को बढ़ावा देने और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रशासन में अनुभव की कमी का हवाला देते हुए सीनेट से कैनेडी के नामांकन को खारिज करने का आग्रह किया है। बेरा और उनके सहयोगियों ने सीनेट से कैनेडी के नामांकन को अस्वीकार करने और एक ऐसे नेता की पुष्टि करने का आह्वान किया जो हमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को कमजोर नहीं बल्कि मजबूत करेगा।
टीकों और सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों पर अपने विवादास्पद विचारों के लिए जाने जाने वाले कैनेडी को नोबेल पुरस्कार विजेताओं और पेशेवर स्वास्थ्य देखभाल संगठनों सहित चिकित्सा विशेषज्ञों की आलोचना का सामना करना पड़ा है। उम्मीद है कि सीनेट आने वाले हफ्तों में उनके नामांकन पर विचार-विमर्श करेगी।
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