भारतीय-अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने 119वीं कांग्रेस के लिए विदेश मामलों की कमेटी में अपनी नियुक्ति का ऐलान किया है। ये पहला मौका है जब वो अपने बाकी कामों के साथ-साथ इस अहम कमेटी में भी होंगी। नई कांग्रेस में, जयपाल जुडिशियरी कमेटी की इमिग्रेशन सबकमेटी में रैंकिंग मेंबर बनी रहेंगी। डेमोक्रेटिक स्टीयरिंग एंड पॉलिसी कमेटी में भी अपनी जगह बनाए रखेंगी।
विदेश मामलों की कमेटी में अपनी नई भूमिका को लेकर जयपाल ने खुशी का इजहार किया है। उन्होंने बताया कि ये काम उनके जिले के दुनियाभर से जुड़े रिश्तों से भी जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, 'वॉशिंगटन के 7वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में ग्लोबल हेल्थ और डेवलपमेंट पर काम करने वाले बहुत अहम संस्थान हैं। मुझे इस कमेटी में उनकी तरफ से आवाज उठाने का बहुत इंतजार है।'
कांग्रेस में आने से पहले, जयपाल ने दस साल से ज्यादा समय एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठनों के साथ काम किया। उन्होंने हेल्थ और डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स चलाए और भारत में एक फेलोशिप भी की।इसके तहत गरीबी और पब्लिक हेल्थ से जुड़ी चुनौतियों पर काम किया।
जयपाल ने कहा, 'ये भूमिका मुझे उन मुद्दों पर फिर से काम करने का मौका देती है जो मेरे लिए बहुत अहम हैं। इसके साथ ही दुनियाभर में मानवाधिकारों और विकास को आगे बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी हैं। दुनियाभर में रहने और काम करने वाली शख्स के तौर पर ये मौका मुझे अपने दिल के करीब के मुद्दों पर फिर से काम करने का अवसर देता है।'
उन्होंने रैंकिंग मेंबर ग्रेगरी मीक्स के नेतृत्व में अहम अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर काम करने की अपनी तत्परता जाहिर की। इमिग्रेशन सबकमेटी की रैंकिंग मेंबर के तौर पर जयपाल ने इमिग्रेशन रिफॉर्म के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, 'इमिग्रेशन सबकमेटी में शीर्ष डेमोक्रेट होने के नाते मुझे अच्छे से पता है कि हमारे इमिग्रेशन कानूनों को अपडेट करके इमिग्रेंट्स के लिए लीगल रास्ता बनाना, बॉर्डर सिक्योरिटी सुनिश्चित करना और एक फेयर प्रोसेस बनाए रखना कितना जरूरी है।'
जयपाल ने रिपब्लिकन की इमिग्रेशन पॉलिसी पर भी निशाना साधा, जिसमें बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन का प्रस्तावित प्रोजेक्ट 2025 भी शामिल है। उन्होंने कहा, 'मुझे इस बात का गर्व है कि मैं डेमोक्रेट्स की तरफ से ऐसे असली समाधान ढूंढ़ने की कोशिश कर रही हूं जिनमें इंसानियत और इंसाफ को तरजीह दी जाए।'
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login