मिशिगन से भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी श्री थानेदार ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले दिन निर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की जन्मसिद्ध नागरिकता को समाप्त करने की योजना की कड़ी निंदा की है। थानेदार ने इसे मौलिक अमेरिकी सिद्धांत पर हमला बताया।
14वें संशोधन के कट्टर समर्थक थानेदार ने ट्रम्प के रुख की निंदा करने के लिए X पर लिखा कि जन्मजात नागरिकता एक अधिकार है जिसका लाभ प्रत्येक अमेरिकी को मिलता है। इस मौलिक अवधारणा को डोनल्ड ट्रम्प की धमकियां कानूनी शासन के प्रतिकूल हैं। मैं अमेरिकी नागरिकों को निर्वासित करने से रोकने के लिए पूरी ताकत से लड़ूंगा।
14वें संशोधन के तहत अमेरिकी धरती पर पैदा हुए किसी भी व्यक्ति को स्वत: नागरिकता प्रदान की जाती है। यह प्रावधान 150 से अधिक वर्षों से लागू है मगर अब जांच के दायरे में है क्योंकि ट्रम्प ने इसे 'हास्यास्पद' बताकर समाप्त करने का अपना इरादा व्यक्त किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि यह अवैध आप्रवासन के लिए एक चुंबक के रूप में कार्य करता है।
ट्रम्प लंबे समय से जन्मजात नागरिकता की आलोचना करते रहे हैं। अपने पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने सुझाव दिया था कि वह इसे कार्यकारी आदेश के माध्यम से समाप्त कर सकते हैं मगर महामारी के चलते वे इस मामले में कुछ न कर सके। लेकिन हाल के एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर उन्होंने अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
जन्मसिद्ध नागरिकता को रद्द करने के प्रयास भारतीय अमेरिकियों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकते हैं जो अमेरिकी आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। माइग्रेशन पॉलिसी इंस्टीट्यूट के अनुसार इस तरह के बदलावों से H-1B वीजा या ग्रीन कार्ड वाले भारतीय नागरिकों से पैदा हुए बच्चों पर असर पड़ सकता है। अगर ट्रम्प ने अपने कहे मुताबिक किया तो ऐसे बच्चे अपने आप ही स्वत: नागरिकता के दायरे से बाहर हो जाएंगे।
थानेदार ने ऐसे प्रस्तावों की असंवैधानिकता पर जोर देते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति अमेरिका में पैदा हुआ है तो वह एक अमेरिकी नागरिक है। जन्मजात नागरिकता पर प्रतिबंध लगाने या उसे दरकिनार करने के प्रयास गलत और असंवैधानिक हैं। एक कांग्रेसी के रूप में मैं जन्मजात नागरिकता को वापस लेने के किसी भी प्रयास के खिलाफ लड़ूंगा।
ट्रम्प की बयानबाजी पड़ोसी कनाडा की नीतियों से भी भिन्न है जहां जन्म से नागरिकता एक संरक्षित अधिकार बनी हुई है। हालांकि भारतीय नागरिकों से जुड़े दावों सहित 'जन्म पर्यटन' के बारे में चिंताओं ने विश्व स्तर पर इस मुद्दे पर बहस को तेज कर दी है।
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