मिशिगन के 13वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट के डेमोक्रेट प्रतिनिधि श्री थानेदार ने अमेरिकी नवाचार और आर्थिक विकास के महत्व पर जोर देते हुए H-1B वीजा और ग्रीन कार्ड प्रक्रियाओं में व्यापक सुधार की वकालत की है।
थानेदार ने X पर एक पोस्ट में कहा कि एक आप्रवासी के रूप में H-1B का मामला मेरे दिल के करीब है। H-1B वीजा बढ़ाकर और H-1B तथा ग्रीन कार्ड प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करके अमेरिका नवाचार पर अपनी बढ़त बनाए रख सकता है। कानूनी, कौशल-आधारित आप्रवासन में सुधार से आर्थिक विकास और अधिक अमेरिकी नौकरियाँ पैदा होती हैं।
थानेदार की टिप्पणियां अमेरिकी कुशल आव्रजन प्रणाली में सुधार के लिए आव्रजन समर्थक अधिवक्ताओं के व्यापक दबाव के अनुरूप हैं जिसमें ग्रीन कार्ड पर देश की सीमा को हटाना शामिल है। H-1B कार्यक्रम अमेरिकी नियोक्ताओं को प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग जैसे विशेष क्षेत्रों में विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने की अनुमति देता है लिहाजा यह ऑनलाइन आव्रजन बहस का एक केंद्रीय विषय रहा है।
यह बहस चेन्नई में जन्मे इंजीनियर श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति से शुरू हुई है। कृष्णन को व्हाइट हाउस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए वरिष्ठ नीति सलाहकार के रूप में नामित किया गया है।
कृष्णन ने शीर्ष वैश्विक प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए ग्रीन कार्ड पर देश की सीमा को हटाने का तर्क दिया है। उनके इस रुख का इलोन मस्क और पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने भी समर्थन किया है। अलबत्ता, लेकिन MAGA गठबंधन के आव्रजन विरोधी लोगों ने इसका विरोध किया है।
अपने रुख के अनुरूप प्रतिनिधि थानेदार ने 12 जुलाई, 2024 को HR 9023, कीप STEM ग्रेजुएट्स इन अमेरिका एक्ट पेश किया। यह कानून H-1B वीजा प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधारों का प्रस्ताव करता है। इसमें उपलब्ध वीजा की वार्षिक संख्या बढ़ाना और STEM स्नातकों के लिए इसे और अधिक सुलभ बनाने के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाना शामिल है।
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