अमेरिका की डोमेस्टिक पॉलिसी काउंसिल की डायरेक्टर नीरा टंडन ने 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (MAGA) का सपाेर्ट करने वाले धूर दक्षिणपंथी रिपब्लिकन के भारतीय-अमेरिकियों के प्रति खास रवैये के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, 'मैं एक भारतीय-अमेरिकन हूं, यहीं पैदा हुई हूं। ये साफ है कि डेमोक्रेटिक पार्टी मुझे अमेरिकन मानती है, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी का एक बड़ा हिस्सा नहीं। मुझे उम्मीद है कि अगले चुनाव में भारतीय-अमेरिकन इसे याद रखेंगे। वो आपको उनमें से एक नहीं समझते, और कभी नहीं समझेंगे।'
नीरा टंडन ने कहा, 'आपको लगा होगा कि वे सिर्फ दूसरे अप्रवासियों से नफरत करते हैं, लेकिन पता चला कि आपके लिए भी कोई अपवाद नहीं है। जैसा कि हममें से कई आपको बताते रहे हैं।' नीरा की ये बातें सोशल मीडिया पर उस वक्त हुई गरमागरम बहस के बीच आई हैं, जब भारत के चेन्नई में जन्मे इंजीनियर श्रीराम कृष्णन को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए सीनियर पॉलिसी एडवाइजर नियुक्त किया है।
MAGA समर्थक लौरा लूमर ने इस नियुक्ति पर तीखा हमला बोला। कृष्णन इमिग्रेशन रिफॉर्म के समर्थक हैं। वह अमेरिका में 'कुशल आव्रजन को बढ़ावा देने' के लिए ग्रीन कार्ड पर देश-वार सीमा हटाने की बात कर चुके हैं। उन पर और भारत के दूसरे उच्च कुशल प्रवासी पर नस्लीय हमले किए गए। उनका मजाक उड़ाया गया। उन पर नौकरियां छीनने का आरोप लगाया गया।
हालांकि, एलन मस्क और दूसरे टेक इंडस्ट्री के दिग्गजों समेत कुछ MAGA समर्थकों ने कृष्णन के विचारों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के इनोवेशन और प्रतिस्पर्धी बढ़त को बनाए रखने के लिए कुशल प्रवासियों का होना जरूरी है। इस मतभेद से पार्टी के प्रो बिजनेस गुट और उसके कट्टरवादी खेमे के बीच चल रही खींचतान साफ नजर आती है।
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