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भारतीय मूल के इस तेजतर्रार FBI अफसर को मिली अब ये अहम जिम्मेदारी

संजय विरमानी अब वाशिंगटन फील्ड ऑफिस में एफबीआई के आतंकवाद रोधी विभाग को लीड करेंगे। एफबीआई की तरफ से बताया गया है कि विरमानी हाल ही में वाशिंगटन डीसी में एफबीआई मुख्यालय में आतंकवाद रोधी डिपार्टमेंट में उप सहायक निदेशक के रूप में काम कर रहे थे।

भारतीय मूल के अमेरिकी संजय विरमानी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ( एफबीआई) के एक सीनियर अधिकारी हैं। / FILE

भारतीय मूल के अमेरिकी संजय विरमानी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ( एफबीआई) के एक सीनियर अधिकारी हैं। उन्हें अब एक अहम जिम्मेदारी दी गई है। विरमानी अब वाशिंगटन फील्ड ऑफिस में एफबीआई के आतंकवाद रोधी विभाग को लीड करेंगे। एफबीआई की तरफ से बताया गया है कि विरमानी हाल ही में वाशिंगटन डीसी में एफबीआई मुख्यालय में आतंकवाद रोधी डिपार्टमेंट में उप सहायक निदेशक के रूप में काम कर रहे थे।

संजय विरमानी 2003 में एक विशेष एजेंट के रूप में एफबीआई में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें सैन फ्रांसिस्को फील्ड ऑफिस की जिम्मेदारी दी गई थी। जहां उन्होंने साइबर और आतंकवाद विरोधी मामलों पर काम किया। 2007 में उन्हें आतंकवाद विरोधी प्रभाग में सुपरविजरी स्पेशल एजेंट के रूप में प्रमोट किया गया था।

2010 में उन्हें ओकलैंड रेजिडेंट एजेंसी में सैन फ्रांसिस्को फील्ड ऑफिस के संयुक्त आतंकवाद टास्क फोर्स का नेतृत्व करने के लिए सुपरविजरी स्पेशल एजेंट के रूप में चुना गया था। उस भूमिका में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की जांच पर काम करने वाले एजेंटों, विश्लेषकों और टास्क फोर्स अधिकारियों के एक दस्ते का नेतृत्व किया।

2013 में विरमानी को सिंगापुर में इंटरपोल ग्लोबल कॉम्प्लेक्स में इंटरपोल डिजिटल क्राइम सेंटर के निदेशक के रूप में सेवा देने के लिए चुना गया था। इस भूमिका में उन्होंने साइबर क्राइम के खतरों को दूर करने के लिए इंटरपोल के 190 सदस्य देशों को सहायता प्रदान करने में निदेशालय का नेतृत्व किया था।

2016 में, विरमानी साइबर आतंकवाद इकाई के एक इकाई प्रमुख के रूप में एफबीआई मुख्यालय में लौट आए। वहां उनका काम वैश्विक स्तर पर साइबर आतंकवाद और उनके नेटवर्क की पहचान करने, खुफिया जानकारी प्राप्त करने पर केंद्रित था।

2018 में, उन्हें आतंकवाद विरोधी डिविजन के इंटरनेट ऑपरेशन सेक्शन के सहायक प्रमुख के रूप में पदोन्नत किया गया, जहां उन्होंने अमेरिकी खुफिया विभाग और अंतराष्ट्रीय स्तर पर साझेदारी बढ़ाने का काम किया। 2018 में वह स्पेशल एजेंट के रूप में सैन फ्रांसिस्को फील्ड ऑफिस में लौट आए, फिर साइबर शाखा के प्रभारी सहायक विशेष एजेंट के रूप में पदोन्नत किया गया।

2021 में विरमानी स्ट्रैटेजिक पार्टनर एंगेजमेंट सेक्शन के सेक्शन चीफ के रूप में आतंकवाद विरोधी डिविजन में लौट आए, जहां उन्होंने आतंकवाद से संबंधित मामलों पर कानून प्रवर्तन समुदाय, अमेरिकी इंटरएजेंसी और निजी क्षेत्र के भागीदारों के साथ एफबीआई के संपर्क प्रयासों का निरीक्षण किया। 2022 में उन्होंने ताम्पा फील्ड ऑफिस के प्रभारी कार्यवाहक स्पेशल एजेंट के रूप में काम किया। 2022 में उन्हें आतंकवाद विरोधी डिविजन में उप सहायक निदेशक के रूप में भी पदोन्नत किया गया था।

संजय विरमानी ने सैन लुइस ओबिस्पो में कैलिफोर्निया स्टेट पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी से औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। इसके अलावा कैलिफोर्निया के मोंटेरे में नेवल पोस्ट ग्रेजुएट स्कूल से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर की उपाधि हासिल की है।

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