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सिएटल यूनिवर्सिटी के राउंडग्लास इंडिया सेंटर को नवाचार में उत्कृष्टता के लिए मिली मान्यता

यूनिवर्सिटी की वाइस प्रेसिडेंट नताशा मार्टिन ने सेंटर को एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में रेखांकित किया जो विश्वविद्यालय को वैश्विक भारतीय प्रवासियों से जोड़ता है।

केंद्र की संस्थापक और कार्यकारी निदेशक सीतल कलंतरी और प्रबंधक शैनन यंग ने पुरस्कार स्वीकार किया / Courtesy Photo

सिएटल यूनिवर्सिटी के विविधता और समावेशन कार्यालय ने राउंडग्लास इंडिया सेंटर को समावेशी उत्कृष्टता नवाचार के रूप में मान्यता दी है। यह मान्यता उन टीमों को दी जाती है जिन्होंने समावेशी उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने के लिए असाधारण नवीन और रचनात्मक दृष्टिकोण का प्रदर्शन किया है। शैक्षणिक, व्यावसायिक और सांस्कृतिक पहलों के माध्यम से सिएटल और भारत के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में केंद्र के प्रयासों को विशेष रूप से नोट किया गया।

यूनिवर्सिटी की वाइस प्रेसिडेंट नताशा मार्टिन ने सेंटर को एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में रेखांकित किया जो विश्वविद्यालय को वैश्विक भारतीय प्रवासियों से जोड़ता है। मार्टिन ने कहा कि राउंडग्लास इंडिया सेंटर परिसर में सबसे रोमांचक और समृद्ध शैक्षणिक पहलों में से एक है। इसके तहत समृद्ध विद्वतापूर्ण जुड़ाव और शैक्षिक कार्यक्रम लाये गये हैं जिससे विश्वविद्यालय और क्षेत्र भारतीय प्रवासियों के वैश्विक समुदाय से जुड़ गया है।

केंद्र की संस्थापक और कार्यकारी निदेशक सीतल कलंतरी और प्रबंधक शैनन यंग ने पुरस्कार स्वीकार किया। कॉर्नेल लॉ स्कूल की पूर्व प्रोफेसर कलंतरी ने सिएटल और भारत के बीच शैक्षणिक, व्यावसायिक और सांस्कृतिक सेतु बनाने के लिए केंद्र की कल्पना की थी।

केंद्र की गतिविधियों में भारत और भारतीय प्रवासियों से संबंधित विषयों पर प्रमुख वक्ताओं की मेजबानी करना, कार्यक्रम आयोजित करना और शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना शामिल है। यह भारत पर संकाय अनुसंधान का भी समर्थन करता है और साथ ही भारत- अमेरिका में सामाजिक परिवर्तन और विकास को बढ़ावा देता है।


 

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