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बॉलीवुड में होती रही हैं गुपचुप शादियां

यह चलन कोई नया नहीं है। बॉलीवुड में ऐसा होता रहा है। कई जोड़े इस रास्ते पर चल चुके हैं और उन्होंने चुपचाप अपने रिश्ते को औपचारिक रूप देने का विकल्प चुना। एक नजर...

सांकेतिक तस्वीर / Courtesy Photo

बॉलीवुड जोड़ों ने इधर कुछ समय से निजी तौर पर गुपचुप शादियां करना शुरू कर दिया है। लेकिन यह चलन कोई नया नहीं है। बॉलीवुड में ऐसा होता रहा है। कई जोड़े इस रास्ते पर चल चुके हैं और उन्होंने चुपचाप अपने रिश्ते को औपचारिक रूप देने का विकल्प चुना। एक नजर...

रानी मुखर्जी-आदित्य चोपड़ा
आदित्य चोपड़ा की पहली शादी 2001 में पायल खन्ना से हुई थी। नौ साल बाद तलाक हुआ तो रानी ने अपने 'राजा' को डेट करना शुरू कर दिया। 21 अप्रैल 2014 को इटली में गुपचुप तरीके से दोनों ने शादी कर ली। इस बीच तीन साल तक अफवाहों का बाजार गर्म रहा। शादी में केवल 20 लोग उपस्थित थे और कोई भी तस्वीर कभी लीक नहीं हुई। बताते हैं कि आदित्य ने धोती पहनी थी और यह बंगाली शैली की शादी थी।

गोविंदा-सुनीता
गोविंदा और सुनीता की मुलाकात तब हुई जब गोविंदा अपने मामा आनंद आहूजा के साथ रह रहे थे। उनकी शादी सुनीता की बड़ी बहन से हुई थी। तब सुनीता केवल 15 वर्ष की थीं और उनके साथ नृत्य प्रतियोगिताओं में भाग लेती थीं। जल्द ही गोविंदा और सुनीता के बीच प्रेम पत्रों का आदान-प्रदान होने लगा। इनमें से एक उनकी मां के हाथ लग गया। इसमें सुनीता ने लिखा था कि वह गोविंदा से शादी करना चाहती थीं। उनकी इच्छा पूरी हुई 11 मार्च 1987 को जब सुनीता सिर्फ 18 साल की थीं और गोविंदा 24 साल के। यह एक मंदिर में गंधर्व विवाह था। गोविंदा ने इसे गुप्त रखा क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि उनकी वैवाहिक स्थिति का असर उनके बढ़ते फिल्मी करियर पर पड़े। यहां तक ​​कि उन्होंने नीलम के साथ रोमांस भी किया और जब उनकी बेटी का जन्म हुआ तब उन्होंने केवल यह खुलासा किया कि वह पहले से ही शादीशुदा थे। अपनी शादी की 25वीं सालगिरह पर और अपनी दिवंगत मां की इच्छा के अनुसार गोविंदा ने सुनीता से औपचारिक और सार्वजनिक रूप से दोबारा शादी की।

आमिर खान-रीना दत्ता
यह सीधे-सीधे सुपरहिट-सदाबहार फिल्म पड़ोसन का दृश्य था। आमिर खान अपनी खिड़की से अपनी पड़ोसन को देखा करते थए। लेकिन जब आमिर ने अपने दिल की बात कही तो रीना ने कोई भाव नहीं दिया। मगर महज 20 साल के आमिर हार नहीं माने। उन्होंने अपनी 18 साल की क्रश को अपने खून से लिखा खत भेजा। रीना तब भी नहीं पिघलीं। पर अंततः कामदेव की जीत हुई। लेकिन आमिर एक मुस्लिम थे जबकि रीना एक बंगाली हिंदू। एक वायु सेना अधिकारी की बेटी। वह जानती थीं कि उनका परिवार आमिर को कभी स्वीकार नहीं करेगा इसलिए जब आमिर 21 साल के हुए तो अपने-अपने घर लौटने से पहले उन्होंने 18 अप्रैल, 1996 को चुपचाप शादी कर ली। रजिस्ट्रेशन भी करा लिया। मगर इस बात से रीना के पिता इतने परेशान हो गए कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। लेकिन यह जोड़ा 16 साल तक साथ रहा और दो बच्चों इरा और जुनैद का पालन-पोषण किया। फिर दोनों का तलाक हो गया। आमिर ने फिर किरण राव से शादी कर ली। अब किरण के साथ भी आमिर का तलाक हो चुका है। 

नरगिस-सुनील दत्त
जब नरगिस ने मेहबूब खान की मदर इंडिया साइन की तो वह बहुत उदास और 'आत्मघाती' थीं। सेट पर लगी आग लगभग जानलेवा साबित हुई लेकिन उनके ऑन-स्क्रीन बेटे सुनील दत्त ने अपनी जान जोखिम में डालकर नरगिस की जान बचाई। नरगिस का दिल राज कपूर पहले ही तोड़ चुके थे इसलिए हादसे के बाद अभिनेत्री को सुनील से प्यार हो गया। हालांकि नरगिस एक साल बड़ी थीं, अधिक सफल थीं और मुस्लिम होने के अलावा पांच गुना अधिक कमाई करती थीं। इसके बाद भी दत्त ने प्रस्ताव रखा और नरगिस ने उसे स्वीकार कर लिया। शादी के लिए नरगिस हिंदू धर्म अपनाकर निर्मला बनीं। नरगिस और सुनील दत्त ने 11 मार्च, 1958 को गुप्त रूप से आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। 

धर्मेंद्र-हेमा मालिनी
हेमा मालिनी के माता-पिता, जया और वीएस रामनुजन चक्रवर्ती, ने दोनों की शादी का कड़ा विरोध किया था क्योंकि धर्मेंद्र पहले से ही शादीशुदा थे और पिता थे। हेमा के माता-पिता चाहते थे कि वह किसी और से शादी कर लें लेकिन हेमा उनके सामने आए सभी प्रस्तावों को ठुकराती रहीं। आखिररकार हेमा के माता-पिता जीतेंद्र के माता-पिता से मिले और दोनों परिवारों ने अपने बच्चों की अनिच्छा के बावजूद चुपचाप शादी की तारीख तय (हेमा और जीतेंद्र की) कर दी। तभी एक पत्रिका ने खबर प्रकाशित की और उत्तेजित धर्मेंद्र, जीतेंद्र की लंबे समय से प्रेमिका शोभा के साथ, मद्रास (अब चेन्नई) जा पहुंचे। हेमा के क्रोधित पिता के आदेश के बावजूद वह हेमा के घर में घुस गए। इस पूरे नाटक से जीतेंद्र का परिवार नाराज होकर चला गया। उधर, धर्मेंद्र की पत्नी उन्हें तलाक नहीं दे रही थीं। तब प्रेमी जोड़े ने अंततः इस्लाम धर्म अपना लिया और 2 मई, 1980 को दिलावर खान केवल कृष्ण और आयशा बी आर चक्रवर्ती के रूप में दोनों ने (धर्मेंद्र और हेमा) अंततः अपने रिश्ते को औपचारिक रूप दिया।

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