भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने अमेरिका में बेरोजगारी भत्तों को फेडरल इनकम टैक्स से स्थायी छूट दिलाने के लिए कांग्रेस में एक ऐतिहासिक बिल पेश किया है।
टैक्स रिलीफ फॉर फायर्ड वर्कर्स एक्ट (H.R. 2655) साल 1979 की उस नीति को बदलने के लिए लाया गया है जिसने बेरोजगारी भत्तों को टैक्सेबल बना दिया गया है।
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श्री थानेदार ने कहा कि लगभग सभी कल्याणकारी योजनाएं फेडरल इनकम टैक्स से मुक्त हैं लेकिन 1979 से अमेरिकी नागरिकों को बेरोजगारी भत्तों पर टैक्स भरना पड़ रहा है। यह बिल इस अन्याय को खत्म करेगा और आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों को राहत देगा।
उन्होंने ट्रंप प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही छंटनियों को इस बिल की प्रमुख वजह बताया। उन्होंने कहा कि हर दिन ट्रंप और एलन मस्क कर्मचारियों की छंटनी कर रहे हैं। ऐसे में यह बिल उन लाखों अमेरिकियों को जरूरी राहत देगा जो अपनी नौकरी गंवा चुके हैं या गंवाने वाले हैं।
इस बिल को प्रतिनिधि जनेल बाइनम, वेलेरी फूशी, हैंक जॉनसन और एलेनॉर होम्स नॉर्टन ने भी समर्थन दिया है। फूशी ने कहा कि उत्तरी कैरोलिना में ही 82 हजार से अधिक फेडरल कर्मचारी हैं। हमें इन कर्मचारियों का सपोर्ट करना चाहिए जो ट्रंप प्रशासन की लापरवाह नीतियों के कारण अपनी नौकरी खो सकते हैं।
यह बिल फिलहाल हाउस कमेटी में विचाराधीन है। यदि यह पास हो जाता है तो लाखों बेरोजगार अमेरिकियों पर वित्तीय बोझ कम करेगा। विश्लेषकों का मानना है कि यह बिल मध्यम वर्गीय परिवारों को कोरोना के बाद के आर्थिक संकट से उबरने में मदद कर सकता है।
यह बिल ऐसे समय में पेश किया गया है जब ट्रंप सरकार बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने भी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजनाएं शुरू की हैं। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में 16 हजार संघीय कर्मचारियों की छंटनी पर मुहर लगा दी है।
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