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न्यूयॉर्क गोलीकांड में सिख कोएलिशन ने भारत पर उठाई उंगली, अमेरिकी सरकार को लिखा पत्र

सिख कोएलिशन ने पत्र में कहा है कि कनाडा में निज्जर और न्यूयॉर्क में सिख अमेरिकी को निशाना बनाने की घटनाओं के तार आपस में जुड़े प्रतीत होते हैं।

न्यूयॉर्क में सिख कार्यकर्ता पर गोलीबारी मामले में सिख कोएलिशन ने न्याय विभाग को पत्र लिखा है। / courtesy photo

अमेरिका में सिखों के सबसे बड़े नागरिक अधिकार संगठन सिख कोएलिशन ने कैलिफोर्निया में एक सिख कार्यकर्ता को गोली मारे जाने के मामले में न्याय विभाग को एक पत्र भेजकर चिंता जताई है। 

पत्र में कोएलिशन ने चिंता व्यक्त करते हुए आरोप लगाया है कि 11 अगस्त को हुआ ये हमला भारत सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय दमन का एक नया प्रयास हो सकता है। पत्र में आगे कहा गया है कि हालांकि गोलीबारी के पीछे के मकसद के बारे में सार्वजनिक जानकारी नहीं मिली है लेकिन यह घटना पिछले साल कनाडा में सिख कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की तरह का प्रयास दिखती है। 

निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा सरकार भारत सरकार ने भारतीय अधिकारी पर आरोप लगाते हुए गहन जांच की मांग कर रही है। हालांकि भारत सरकार इस मामले से किसी तरह के संबंध से इनकार करती रही है। इस विवाद को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में खटास भी आ गई है। निज्जर के अलावा न्यूयॉर्क में एक सिख अमेरिकी कार्यकर्ता की हत्या के प्रयास मामले में भी भारत सरकार पर आरोप लगाए गए हैं।

सिख कोएलिशन ने न्याय विभाग को लिखे पत्र में कहा है कि हम अटकलें नहीं लगाना चाहते और स्थानीय व संघीय एजेंसियों की जांच का सम्मान करते हैं, लेकिन हम आपका ध्यान सिख समुदाय के अंतरराष्ट्रीय दमन और लक्षित घृणा की तरफ आकर्षित कर रहे हैं। हमारा अनुरोध है कि 11 अगस्त को गोलीबारी की घटना में आपका विभाग इस पहलु पर भी विचार करे। 

सिख संगठन ने पत्र में डीओजे की तरफ से हाल ही में निखिल गुप्ता के खिलाफ सुपरसीडिंग अभियोग खोले जाने का भी हवाला दिया जिसमें आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार के एक अनाम कर्मचारी ने न्यूयॉर्क शहर में एक सिख अमेरिकी की हत्या के इरादे से हथियार व ड्रग्स तस्कर की भर्ती की थी।

सिख कोएलिशन ने पत्र में कहा कि कनाडा में निज्जर की हत्या की घटना की रोशनी में देखें तो न्यूयॉर्क की घटना के तार भी जुड़ते प्रतीत होते हैं। इसमें निशाना बनाया गया कैलिफोर्निया का शख्स खालिस्तान आंदोलन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के इरादे से हुए जनमत संग्रह में शामिल था।

उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि 11 अगस्त की घटना का आकलन करते समय इस पहलू पर विचार करना जरूरी है कि कि क्या यह भारत सरकार द्वारा अमेरिकी धरती पर एक सिख की हत्या के प्रयास का एक और उदाहरण है। अगर वाकई ऐसा है तो अमेरिकी सरकार से सख्त प्रतिक्रिया की उम्मीद है।
 

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