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कनाडा के GTA में जबरन वसूली के गिरोह का भंडाफोड़, दक्षिण एशियाई समुदाय बने थे निशाना

पील रीजनल पुलिस एक्सटॉर्शन इन्वेस्टिगेटिव टास्क फोर्स (EITF) द्वारा किए गए खुलासे दक्षिण एशियाई समुदाय के सदस्यों से संबंधित हैं। इन अपराधों में पीड़ित और संदिग्ध दोनों के रूप में शामिल हैं।

EITF का कहना है, वह कानून प्रवर्तन भागीदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखे हुए है। / Pexels

ग्रेटर टोरंटो एरिया (GTA) का जीवंत दक्षिण एशियाई समुदाय कभी-कभी गलत कारणों से भी मीडिया सुर्खियों में रहता है। हाल ही में पील रीजनल पुलिस एक्सटॉर्शन इन्वेस्टिगेटिव टास्क फोर्स (EITF) द्वारा किए गए खुलासे दक्षिण एशियाई समुदाय के सदस्यों से संबंधित हैं। इन अपराधों में पीड़ित और संदिग्ध दोनों के रूप में शामिल हैं।

EITF ने दावा किया है कि उसने हाल ही में ब्रैम्पटन और मिसिसॉगा में हुई जबरन वसूली से जुड़े मामले में कई गिरफ्तारियां की हैं। इसके साथ ही हथाियार जब्त किए हैं। मामले में आरोपी दक्षिण एशियाई व्यापारिक समुदाय को निशाना बना रहे थे। ब्रिटिश कोलंबिया के बंदहुमन सेखों (27), ब्रैम्पटन के हरमंजित सिंह, ब्रैम्पटन के तजिंदर टटला, हैमिल्टन के दिनेश कुमार और ब्रैम्पटन के रुखसार अचकजई हाल ही में EITF द्वारा की गई गिरफ्तारियों में शामिल हैं। 

इन घटनाओं में संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, हिंसा की धमकी देना और हथियार से संबंधित अपराध शामिल हैं। इन घटनाओं के शिकार लोगों से अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए संपर्क किया जाता है, जहां ऑनलाइन चैट ग्रुप होते हैं। ज्यादातर मामलों में पीड़ित भी दक्षिण एशियाई समुदाय से ही हैं।

EITF का कहना है, 'वह इन घटनाओं की जांच के लिए पूरे कनाडा में कानून प्रवर्तन भागीदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखे हुए है। अगर किसी को हिंसा की धमकी के तहत पैसे की मांग की जाती है, तो उसे कोई भी भुगतान करने के बजाय पुलिस को फोन करना चाहिए।'

हाल ही में, EITF ने पांच और संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। चार हथियार जब्त किए हैं। इन धमकियों में सभी में हिंसा की धमकी के तहत बड़ी रकम की मांग शामिल है। EITF ने बताया कि उसने जनवरी 2024 में हुई एक घटना के लिए ब्रिटिश कोलंबिया के 27 वर्षीय बंदूमान सेखों को गिरफ्तार किया है। उस पर षड्यंत्र करने का आरोप, प्रतिबंधित उपकरण या गोला-बारूद के अनधिकृत कब्जे का आरोप है। इसके अलावा हथियार के अनधिकृत कब्जे की जानकारी रखने का आरोप सहित अपराध द्वारा प्राप्त संपत्ति का कब्जा करने का आरोप और परिवर्तित सीरियल नंबर वाले आग्नेयास्त्र रखने का आरोप लगाया गया है।

सेखों को ब्रैम्पटन में ओंटारियो कोर्ट ऑफ जस्टिस में जमानत सुनवाई के लिए हिरासत में रखा गया था और। बाद में उसे अदालत द्वारा लगाई गई शर्तों के साथ रिहा कर दिया गया है। EITF ने मई 2024 में हुई एक घटना के लिए ब्रैम्पटन के 25 वर्षीय हरमंजित सिंह की गिरफ्तारी का भी खुलासा किया। उस पर जबरन वसूली, शारीरिक नुकसान या मौत का खतरा देने, आग्नेयास्त्र दिखाने, हथियार से हमला करने और पुलिस अधिकारी को बाधा डालने का आरोप लगाया गया था।

EITF द्वारा की गई तीसरी गिरफ्तारी ब्रैम्पटन के 44 वर्षीय तेजिंदर टटला की है। उसे जून में एक व्यापारी और उसके परिवार के सदस्यों को दी गई धमकियों के लिए गिरफ्तार किया गया था। इस जांच के दौरान एक तलाशी वारंट के कारण तीन हथियार जब्त किए गए। उस पर जबरन वसूली और असुरक्षित भंडारण का आरोप लगाया गया है। फिलहाल उसे अदालत द्वारा लगाई गई शर्तों के साथ रिहा कर दिया गया है।

EITF ने सितंबर 2023 से जुड़ी घटनाओं के लिए ब्रैम्पटन की 21 साल के रुखसार अचकजई को भी गिरफ्तार किया। उस पर जबरन वसूली और 5000 डॉलर से कम की शरारत का आरोप लगाया गया था। उसे ब्रैम्पटन में ओंटारियो कोर्ट ऑफ़ जस्टिस में जमानत सुनवाई के लिए हिरासत में रखा गया था। अब उसे अदालत द्वारा लगाई गई शर्तों के साथ रिहा कर दिया गया है।

जुलाई की एक घटना के लिए हैमिल्टन के 24 वर्षीय दिनेश कुमार को गिरफ्तार किया गया था। EITF ने बताया कि उस पर जबरन वसूली का आरोप लगाया गया है। EITF ने दावा किया कि उसने 60 से अधिक घटनाओं की जांच की, 21 गिरफ्तारियां कीं और 154 आपराधिक आरोप लगाए। इन जांचों से 20 हथ्सिश, 11 किलो से अधिक मेथामफेटामाइन, 10,000 डॉलर से अधिक की अपराध की आय और 6 चोरी की गई वाहनों की बरामदगी भी हुई है। 

 

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