अमेरिकी कांग्रेस में पेश द्विदलीय नेशनल सिक्योरिटी एग्रीमेंट पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि हमारा इमिग्रेशन सिस्टम दशकों से अस्त व्यस्त है। यही कारण है कि राष्ट्रपति बाइडेन और मैंने इसे ठीक करने और इमिग्रेशन की मूल समस्याओं का समाधान करने के लिए तीन साल लगाए हैं।
भारतीय मूल की नेता हैरिस ने कहा कि हमने अपने प्रशासन के पहले ही दिन कांग्रेस को एक व्यापक इमिग्रेशन सुधार विधेयक भेजा था, जिसमें सीमा सुरक्षा के लिए फंडिंग में बढ़ोतरी और वर्षों से देश में रह रहे समेत ड्रीमर्स समेत अन्य आप्रवासियों के लिए नागरिकता जैसे उपाय शामिल हैं।
.@POTUS, members of our Administration, and bipartisan Senate negotiators worked on a border security and immigration package that also ensures the U.S. can continue to fulfill its role of global leadership.
— Vice President Kamala Harris (@VP) February 5, 2024
The solutions are at hand. Congress must quickly pass this agreement. pic.twitter.com/Iw6W7x3GO4
कमला हैरिस ने आगे कहा कि हमने उस वैश्विक दबावों से निपटने के लिए पश्चिमी गोलार्ध के देशों के साथ साझेदारी की है जो लोगों को अपने घरों से निकलने पर मजबूर कर रहा है। हमने मध्य अमेरिका में निवेश को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के उपायों के तहत पिछले साल अक्टूबर में हमने सीमा सुरक्षा के लिए 14 बिलियन डॉलर मांगे थे। इससे शहरों को प्रवासियों की आमद मैनेज करने में भी मदद दी जाएगी।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हर कदम पर हम स्पष्ट कहते रहे हैं कि कांग्रेस को कार्रवाई करनी ही होगी। लेकिन ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें अक्सर ऐसे लोग मिले जो समस्याओं का समाधान करने के बजाय बजाय राजनीतिक खेल खेलना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों से राष्ट्रपति बाइडेन, हमारे अधिकारी और सीनेट के द्विदलीय वार्ताकारों ने मिलकर काम किया। इसी की वजह से अतिरिक्त समाधानों का खाका तैयार हो पाया। अब यह कांग्रेस की जिम्मेदारी है कि इस समझौते को जल्द पारित करे।
उन्होंने कहा कि इस पैकेज के जरिए हम रूसी हमले के खिलाफ जंग में यूक्रेन के लोगों का समर्थन करके वैश्विक नेतृत्व की अपनी भूमिका निभाना जारी रख सकेंगे, इज़राइल को हमास आतंकवादियों से हिफाजत के लिए हरसंभव मदद मिलेगी, फ़िलिस्तीनी लोगों की जिंदगी बचाने के लिए मानवीय सहायता सुनिश्चित होगी और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में हमारे सहयोगियों व साझेदारों को मजबूत किया जा सकेगा।
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि सीमा सुरक्षा और आव्रजन पर इस समझौते में वह सब कुछ शामिल है जिसके लिए हमने पिछले तीन वर्षों में संघर्ष किया है। हम इन प्राथमिकताओं के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। इसके जरिए हम कानूनी आव्रजन को कायम रखते हुए अपनी सीमा को और अधिक सुरक्षित बना सकते हैं।
कमला हैरिस ने आह्वान करते हुए कहा कि याद रखें, हम अप्रवासियों का देश हैं। अप्रवासियों ने हमेशा हमारे देश को मजबूत करने, हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और इनोवेशन को आगे बढ़ाने में मदद की है। हम जानते हैं कि अमेरिका की विविधता ही हमारी ताकत है इसलिए इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के बजाय आइए हम सभी मिलकर इस मसले पर तत्परता और गंभीरता के साथ काम करें।
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