एशियाई-अमेरिकियों और प्रशांत द्वीपवासियों के खिलाफ नस्लवाद और भेदभाव का मुकाबला को समर्पित एक राष्ट्रीय गठबंधन स्टॉप एएपीआई हेट (Stop AAPI Hate) ने मिल्वॉकी में रिपब्लिकन सम्मेलन के दौरान मंच संभालने वाली भारतीय अमेरिकी उषा वेंस और सिख अमेरिकी हरमीत ढिल्लों पर हाल ही में हुए नस्लवादी और कट्टर हमलों के प्रतिकार का आह्वान किया है।
एएपीआई हेट ने X पर एक बयान में कहा कि हम भारतीय अमेरिकी उषा वेंस और सिख अमेरिकी हरमीत ढिल्लों के खिलाफ नस्लवादी और कट्टर हमलों की कड़ी निंदा करते हैं, जिन्हें इस सप्ताह जीओपी सम्मेलन में भाग लेने पर रूढ़िवादी टिप्पणीकारों और चरमपंथियों द्वारा क्रूरतापूर्वक अपमानित किया गया।
We firmly condemn the racist and bigoted attacks against Indian American Usha Vance and Sikh American Harmeet Dhillon, who were cruelly vilified by conservative commentators and far-right extremists as they appeared at the @GOPconvention this week.
— Stop AAPI Hate (@StopAAPIHate) July 18, 2024
सम्मेलन में पारंपरिक सिख प्रार्थना अरदास करने के बाद ढिल्लों को इंटरनेट पर क्रूर टिप्पणियों की बाढ़ का सामना करना पड़ा। रूढ़िवादी पंडितों और धुर दक्षिणपंथी कट्टरपंथियों ने उनकी आलोचना करते हुए उन्हें 'राक्षसी' और 'दुष्ट' कहा। रिपब्लिकन उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वेंस की पत्नी उषा वेंस भी अपनी भारतीय विरासत के कारण नस्लवादी टिप्पणियों का निशाना बनाई गईं।
स्टॉप एएपीआई हेट ने इस तरह की बयानबाजी के खतरनाक निहितार्थों पर जोर दिया और इस बात को रेखांकित किया कि यह किस तरह से असहिष्णुता को कायम रखता है और विविध समुदायों की सुरक्षा को खतरे में डालता है। गठबंधन ने एक बयान में कहा कि आरएनसी के बीच दक्षिण एशियाई, सिखों और अप्रवासियों के खिलाफ यह सब घृणित नस्लवाद, जेनोफोबिया और कट्टरता आज इतने सारे समुदायों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाली असहिष्णुता की गंभीरता को दर्शाती है।
गठबंधन ने पूर्व आईसीई निदेशक थॉमस होमन जैसी शख्सियतों की खतरनाक अप्रवासी विरोधी बयानबाजी की ओर भी इशारा किया जिन्होंने भय और अमानवीयकरण को बढ़ावा देने के लिए मंच का इस्तेमाल किया। गठबंधन ने कहा कि हमें इस तरह की हानिकारक राजनीतिक बयानबाजी के लिए नेताओं और मंच के अन्य लोगों को जिम्मेदार ठहराने की जरूरत है।
गठबंधन के बयान में रिपब्लिकन नेताओं और आरएनसी 2024 आयोजकों से नस्लवादी हमलों की निंदा करने और सभी के लिए समानता और स्वतंत्रता के मूल्यों की रक्षा करने का आग्रह किया गया। चाहे उनकी जाति, लिंग, यौन अभिविन्यास या राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो। गठबंधन ने जोर देकर कहा कि हम सभी स्वतंत्र रूप से रहते हुए और अपने लोकतंत्र में भाग लेते हुए सुरक्षित महसूस करने के हकदार हैं।
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