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महिलाओं को हर डॉलर पर सिर्फ 83 सेंट, वेतन असमानता पर रिपोर्ट ने खोली हकीकत

रिपोर्ट कहती है कि यह अंतर सिर्फ लिंग या नस्ल तक सीमित नहीं है, बल्कि सिस्टमेटिक नस्लवाद को और गहरा करता है।

प्रतीकात्मक तस्वीर /

एक नई रिपोर्ट ने अमेरिका में रहने वाली एशियाई-अमेरिकी, नेटिव हवाईयन और पैसिफिक आईलैंडर (AANHPI) महिलाओं के आर्थिक संघर्ष की एक चौंकाने वाली तस्वीर पेश की है। नेशनल पार्टनरशिप फॉर वुमेन एंड फैमिलीज़ (NPWF) की इस रिपोर्ट के अनुसार, AANHPI महिलाओं को हर डॉलर के बदले केवल 83 सेंट मिलते हैं, जो श्वेत, गैर-हिस्पैनिक पुरुषों की कमाई के मुकाबले बहुत कम है।

रिपोर्ट कहती है कि यह अंतर सिर्फ लिंग या नस्ल तक सीमित नहीं है, बल्कि सिस्टमेटिक नस्लवाद को और गहरा करता है। बांग्लादेशी, नेपाली और बर्मी महिलाओं की स्थिति सबसे नाजुक है—इन्हें महज 50 से 54 सेंट मिलते हैं, जबकि भारतीय ($1.12) और ताइवानी ($1.16) महिलाएं अकेली ऐसी उप-श्रेणियां हैं, जो औसतन श्वेत पुरुषों से ज्यादा कमाती हैं।

महिलाएं ही परिवार की रीढ़
डेटा के मुताबिक, 43% AANHPI महिलाएं अपने परिवार की कुल आमदनी में कम से कम 40% योगदान देती हैं। और चूंकि हर चार में से एक एशियाई अमेरिकी बहुपीढ़ी वाले परिवार में रहती हैं, वे न सिर्फ बच्चों बल्कि माता-पिता और दादा-दादी का भी सहारा बनती हैं।

गरीबी दर भी इस असमानता को दर्शाती है। एशियाई-अमेरिकन समुदायों में जहां सामान्य गरीबी दर 7.2% है, वहीं महिलाओं द्वारा नेतृत्व किए गए घरों में यह दर दोगुनी (14.6%) हो जाती है। नेटिव हवाईयन और पैसिफिक आइलैंडर महिलाओं के लिए तो यह आंकड़ा 23.3% तक पहुंचता है। बर्मी और मंगोलियाई जैसी उप-जनजातियों में यह 25% के करीब है।

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भेदभाव और रूढ़िवादिता भी बाधाएं
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि कार्यस्थलों पर AANHPI महिलाओं को नस्लीय रूढ़ियों, "पर्पेचुअल फॉरेनर" जैसे टैग्स और यौन ऑब्जेक्टिफिकेशन का सामना करना पड़ता है। इससे उनके प्रमोशन, सुरक्षा और आत्म-सम्मान पर असर पड़ता है। 2021 अटलांटा स्पा शूटिंग के बाद इन मुद्दों को और गहराई से महसूस किया गया।

तनाव और भय
70% से अधिक AANHPI महिलाओं ने स्वीकार किया कि उन्हें नस्ल या लिंग के कारण डिस्क्रिमिनेशन का डर सताता है। लगभग 74% ने बीते वर्ष में किसी न किसी प्रकार का भेदभाव अनुभव किया, जिनमें 17% ने कार्यस्थल को इसका स्रोत बताया।

महामारी के बाद बेरोजगारी भी बढ़ी
2020 में नौकरी गंवाने वाली लगभग आधी एशियाई-अमेरिकी महिलाएं लंबे समय तक बेरोजगार रहीं। अगर वेतन असमानता नहीं होती, तो एक AANHPI महिला को औसतन $10,195 सालाना ज्यादा मिलते—जो एक साल का भोजन, लगभग एक साल की चाइल्ड केयर या पांच महीने का होम लोन भुगतान कवर कर सकता था।

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