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अंतरिक्ष में बना इतिहासः ISS से जुड़ा स्टारलाइनर तो झूमकर नाच उठीं सुनीता विलियम्स

भारतीय मूल की 59 वर्षीय अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के लिए ये एक बड़ी कामयाबी है। वह ऐसी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री बन गई हैं, जिसने सफलतापूर्वक बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल को पहली बार उड़ाकर आईएसएस के साथ डॉक किया है।

सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विलमोर सात दिन तक आईएसएस पर रहेंगे। / X @BoeingSpace

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विलमोर को लेकर अंतरिक्ष में गया बोइंग का स्टारलाइनर कैप्सूल अपने मिशन में कामयाब हो गया है। स्टारलाइनर सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से जुड़ गया है। इस कामयाबी पर सुनीता अंतरिक्ष में खुशी से झूमकर नाचने लगीं 

नासा की तरफ से जारी वीडियो में दिखाया गया कि आईएसएस से जुड़ने के बाद स्टारलाइनर के हैच से पहले सुनीता, फिर विलमोर बाहर निकले। आईएसएस पर मिशन 71 के क्रू मेंबर्स को देखते ही सुनीता गले लगकर नाचने लगीं। मिशन 71 के सात अंतरिक्ष यात्रियों ने बोइंग के नए कैप्सूल से आईएसएस पहुंचने वाले सुनीता और बुच का गले लगकर अभिवादन किया।



स्टारलाइनर का ये बहुप्रतीक्षित सफर अमेरिकी अंतरिक्ष यान के कमर्शल क्रू इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। इस मिशन की कामयाबी से नासा और प्राइवेट इंडस्ट्री प्लेयर्स के बीच अंतरिक्ष अन्वेषण एवं सहयोग के नए युग की शुरुआत होगी। 

भारतीय मूल की 59 वर्षीय अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के लिए ये एक बड़ी कामयाबी है। वह ऐसी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री बन गई हैं, जिसने सफलतापूर्वक बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल को पहली बार उड़ाकर आईएसएस के साथ डॉक किया है। स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से 5 जून को एटलस वी रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया था। 

स्टारलाइनर का ये सफर आसान नहीं रहा। आईएसएस के साथ जुड़ने से ठीक पहले नई चुनौतियां सामने आईं, लेकिन नासा के अंतरिक्ष यात्री विल्मोर और सुनीता विलियम्स बाधाओं को सफलतापूर्वक पार करते हुए स्पेस स्टेशन तक पहुंच गए। अब दोनों आठ दिन अंतरिक्ष में घूमती इस प्रयोगशाला में रहेंगे, उसके बाद धरती पर लौटेंगे। 


 

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