भारतीय मूल कीअमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, साथी NASA अंतरिक्ष यात्री बट्च विल्मोर के साथ आने वाले 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से अपना मतदान करने वाली हैं। बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में देरी के कारण अंतरिक्ष में फंसे ये अंतरिक्ष यात्री फरवरी 2025 तक ISS पर रहने वाले हैं।
विल्मोर ने कहा, 'मैंने आज अपना मतपत्र मांगने का अनुरोध भेज दिया है। वास्तव में, इसे कुछ हफ्तों में हमारे पास पहुंच जाना चाहिए। निश्चित रूप से यह एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है जो हम सभी नागरिक के रूप में इन चुनावों में शामिल होने के लिए निभाते हैं।'
1997 से NASA ने ISS से और ISS तक मतपत्रों को प्रसारित करने के लिए एक एन्क्रिप्टेड प्रणाली का इस्तेमाल करके अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष से मतदान करने की सुविधा दी है। एक बार भर जाने के बाद, मतपत्रों को सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर भेज दिया जाता है और काउंटी क्लर्कों द्वारा प्रोसेस किया जाता है।
हालांकि तकनीकी समस्याओं ने ISS पर उनके ठहरने को लंबा खींच दिया है। लेकिन सुनीता विलियम्स ने स्थिति के बारे में एक सकारात्मक दृष्टिकोण साझा किया। उन्होंने कहा, 'यह मेरी खुशहाल जगह है। मुझे अंतरिक्ष में यहां रहना बहुत पसंद है। हालांकि, दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने स्वीकार किया कि उनका मिशन उम्मीद से अधिक चुनौतीपूर्ण रहा है। विल्मोर ने कहा कि पिछले तीन महीनों में यह एक लंबी यात्रा रही है। हम अपने स्पेसक्राफ्ट का मूल्यांकन करने के हर चरण में शामिल रहे हैं। कभी-कभी यह बहुत मुश्किल था। पूरे समय कुछ कठिन समय आए।
अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरिक्ष में शारीरिक फिटनेस बनाए रखने के महत्व पर भी जोर दिया, खासकर लंबे समय तक ठहरने को देखते हुए। सुनीता विलियम्स ने अपनी रोजाना व्यायाम रूटीन की व्याख्या करते हुए कहा, अगर हम हर दिन वर्कआउट नहीं करते हैं तो हमारी हड्डियों की घनत्व कम हो जाएगी। इसमें कार्डियोवैस्कुलर व्यायाम और शक्ति प्रशिक्षण शामिल है। विल्मोर ने जोड़ा, 'अंतरिक्ष में कोई जोड़ों में दर्द नहीं होता है क्योंकि किसी भी जोड़ पर कोई दबाव नहीं होता है, जो इसे बहुत आसान बनाता है।'
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