अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के इतिहास को देखते हुए कमला हैरिस के डेमोक्रेट कैम्प ने हरसंभव तैयारियां की है। इसमें अगर ट्रम्प ने 2020 की तरह समय से पहले चुनावी जीत की घोषणा करने की कोशिश की तो उसका सोशल मीडिया पर तगड़ा जवाब देना भी शामिल है।
रिपब्लिकन उम्मीदवार ने हाल ही में कहा था कि उन्हें चुनाव के दिन जीत की घोषणा होने की पूरी उम्मीद है। हालांकि चुनाव विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि अंतिम परिणाम आने में कई दिन लग सकते हैं, खासकर अगर कुछ प्रमुख इलाकों में फिर से काउंटिंग की मांग हो तो समय ज्यादा लग सकता है।
आमतौर पर चुनावी विजेताओं की जानकारी प्रमुख मीडिया आउटलेट्स द्वारा चुनाव अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर की जाती हैं। हालांकि कुछ उम्मीदवार फाइनल परिणाम आने से पहले ही जीत का दावा कर देते हैं। अक्सर कड़ी टक्कर वाले क्षेत्रों में ऐसा किया जाता रहा है।
कमला हैरिस ने एबीसी पर ट्रम्प के लिए इशारों में कहा था कि अगर वे ऐसा कुछ करते हैं तो हम भी इसका जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हम जानते हैं कि वे मीडिया में उलटफेर करने की कोशिश करते हैं। अमेरिकी लोगों की राय को दूसरे रूप में दिखाने की कोशिश करते है... लेकिन हम इसका जवाब देने को तैयार हैं।
कमला ने हालांकि इसकी कोई जानकारी नहीं दी कि उन्होंने क्या तैयारियां की हैं। लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी और हैरिस के प्रचार टीम के छह अधिकारियों ने कहा कि ट्रम्प की जीत के किसी भी शुरुआती दावे के खिलाफ हम जनता की अदालत में लड़ेंगे। इसका जवाब सोशल मीडिया और टीवी पर दिया जाएगा। हमारा प्रयास होगा कि जीत का ऐलान सभी वोटों की गिनती के बाद ही हो।
डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि जैसे ही वह (ट्रंप) झूठी जीत की घोषणा करेंगे, हम टीवी पर इस मामले को उठाएंगे और लोगों को सच्चाई बताएंगे। इसके लिए हमने एक व्यापक नेटवर्क तैयार किया है।
हैरिस के प्रचार अभियान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि सभी मतों की गिनती से पहले ही ट्रम्प इस बार भी झूठा दावा करेंगे जैसा कि उन्होंने 2020 में किया था। लेकिन इस बार वह अपनी चाल में कामयाब नहीं हो पाएंगे।
गौरतलब है कि 2020 में ट्रम्प ने मतगणना के कुछ समय बाद ही खुद को विजेता घोषित कर दिया था। हालांकि तीन दिन बाद अंतिम परिणामों में वह डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन से हार गए थे। इसके बावजूद उन्होंने नतीजों को कभी स्वीकार नहीं किया और यह दावा करते रहे हैं कि उन्हें धोखाधड़ी से हराया गया था।
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