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अमेरिका में भारतीय मूल के शख्स ने मंदिर के खिलाफ इसलिए किया मुकदमा, मांगा हर्जाना

चेरुवु ने कहा कि ब्रांडिंग एक धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा नहीं है, क्योंकि न तो उन्हें और न ही उनके दोस्तों और परिवार को कभी ब्रांडेड किया गया है। उन्होंने कहा कि अनुष्ठान एक विशेष धार्मिक नेता के प्रति वफादारी दिखाने के लिए आयोजित किया गया था।

भारतीय मूल के शख्स विजय चेरुवु ने श्री अष्टलक्ष्मी मंदिर और उससे जुड़े संगठन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। / LibraryofCongress

अमेरिका के टेक्सास प्रांत में भारतीय मूल के शख्स विजय चेरुवु ने श्री अष्टलक्ष्मी मंदिर और उससे जुड़े संगठन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में चेरुवु ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया है कि अगस्त 2023 में परिसर में एक धार्मिक समारोह के दौरान उनके 11 साल के बेटे को गर्म छड़ से दागा गया था। विजय चेरुवु की तरफ से फोर्ट बेंड काउंटी अदालत में दायर मुकदमे में 10 लाख अमेरिकी डॉलर के हर्जाने की मांग की गई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चे को गर्म लोहे की छड़ों से दागा गया था। मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि प्रबंधन ने सुरक्षा के लिए जमीन पर चिकित्सा पेशेवरों की उपस्थिति सुनिश्चित नहीं की और दर्द से राहत के लिए कोई दवा प्रदान नहीं की गई। इसने आगे कहा कि अनुभव के दौरान उनका बेटा जाग गया था और उसे अत्यधिक पीड़ा का अनुभव हुआ।

चेरुव का कहना है कि जब मैंने अपने बेटे को देखा तो चौंक गया। मुझे समझ में नहीं आ रहा था, आखिर उसके साथ ये क्या हुआ है। उनके बेटे को अब जिंदगीभर के लिए एक जख्म मिल गया है।अब मेरे बेटे की भलाई और उसकी देखरेख मेरी सबसे बड़ी चिंता और जिम्मेदारी है। विजय ने बताया कि पिछले साल अगस्त के महीने में आयोजित समारोह में करीब 100 लोग शामिल हुए थे। समारोह में तीन बच्चे भी शामिल हुए थे, जिसमें उनका बेटा भी था।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चेरुवु ने अपनी पूर्व पत्नी के साथ बच्चे की कस्टडी साझा की है, जो घटना के दिन बच्चे के साथ मंदिर गई थी। मंदिर के एक प्रतिनिधि ने आउटलेट को बताया कि इस तरह से जलाना (ब्रांडिंग) एक 'अनुष्ठान' का हिस्सा है। चेरुवु के वकील ब्रैंट स्टोगनर ने कहा कि टेक्सास का वैधानिक और सामान्य कानून बच्चे को जलाने या घायल करने की अनुमति नहीं देता है, और बच्चा या मां ऐसी गतिविधियों के लिए सहमति नहीं दे सकते हैं।

चेरुवु ने कहा कि ब्रांडिंग एक धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा नहीं है, क्योंकि न तो उन्हें और न ही उनके दोस्तों और परिवार को कभी ब्रांडेड किया गया है। उन्होंने कहा कि अनुष्ठान एक विशेष धार्मिक नेता के प्रति वफादारी दिखाने के लिए आयोजित किया गया था, न कि किसी देवता के प्रति निष्ठा प्रकट करने के लिए। स्टोगनर ने कहा वह एक गुरु है और वह शायद ऐसा करने के लिए सभी जगह जाता है। वह इस तरह की हरकत कराने के लिए विभिन्न मंदिरों में जाता है।

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