'क्रिकेट के भगवान' के रूप में माने जाने वाले भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने नेशनल क्रिकेट लीग (NCL) के स्वामित्व समूह में शामिल होकर लीग के अमेरिका में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के मिशन को आगे बढ़ाया है।
नेशनल क्रिकेट लीग (NCL) एक पेशेवर क्रिकेट लीग है। यह 'सिक्सटी स्ट्राइक्स' नाम से एक अनोखा, तेज-तर्रार फॉरमेट है। इसका टेक्सास के डलास में मुख्यालय है। इस साल लीग ने अपने उद्घाटन टूर्नामेंट के साथ महत्वपूर्ण ध्यान खींचा। यह 4 अक्टूबर को शुरू हुआ और यूटी डलास क्रिकेट स्टेडियम में 14 अक्टूबर तक चलेगा।
मीडिया में जारी बयान के अनुसार, माइकल जॉर्डन और टाइगर वुड्स जैसे खेल के दिग्गजों से अक्सर तुलना किए जाने वाले तेंदुलकर की भागीदारी से NCL के अमेरिका में क्रिकेट को एक प्रमुख खेल के रूप में स्थापित करने के प्रयासों को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
तेंदुलकर ने कहा, 'क्रिकेट मेरे जीवन की सबसे बड़ी यात्रा रही है। मैं अमेरिका में खेल के लिए इस रोमांचक समय में नेशनल क्रिकेट लीग में शामिल होने के लिए खुश हूं। विश्व स्तरीय क्रिकेट के लिए एक मंच बनाने और प्रशंसकों की एक नई पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए NCL का दृष्टिकोण मेरे साथ प्रतिध्वनित होता है। मैं इस नई पहल का हिस्सा बनने और अमेरिका में क्रिकेट के विकास को प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिए उत्सुक हूं।'
NCL के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने तेंदुलकर के प्रभाव की प्रशंसा करते हुए उनकी तुलना फुटबॉल के पेले और बेसबॉल के बेब रूथ से की। अग्रवाल ने कहा, 'क्रिकेट में उनका प्रभाव उतना ही है जितना पेले का फुटबॉल में या बेब रूथ का बेसबॉल में है। सचिन की खेल के प्रति समर्पण, साथ ही उनकी वैश्विक अपील, अमेरिका में नए दर्शकों के लिए क्रिकेट पेश करते समय महत्वपूर्ण होगी। उनकी भागीदारी भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करने और अमेरिका में क्रिकेट को एक प्रमुख खेल के रूप में स्थापित करने के NCL के लक्ष्य को उजागर करती है।'
क्रिकेट के इस चल रहे टूर्नामेंट में बॉलीवुड स्टार मीका सिंह और क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर, वसीम अकरम और विवियन रिचर्ड्स शामिल भी भाग लेंगे। ईएसपीएन और फॉक्स स्पोर्ट्स जैसे प्रमुख प्रसारकों के साथ साझेदारी के साथ NCL का लक्ष्य दुनिया भर में 2.5 बिलियन से अधिक दर्शकों तक पहुंचना है, जिससे अमेरिका में क्रिकेट का दायरा बढ़ेगा।
नेशनल क्रिकेट लीग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 24 साल के शानदार करियर में तेंदुलकर ने सिर्फ क्रिकेट नहीं खेला, उन्होंने इसे फिर से परिभाषित किया है। वह टेस्ट और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ODI) क्रिकेट दोनों में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए, जिससे उनका 'क्रिकेट का भगवान' के रूप में दर्जा अटूट हो गया। उनके 100 अंतरराष्ट्रीय शतक और ODI में 200 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर बनने की उनकी अग्रणी उपलब्धि ऐसे मुकाम हैं जिसका सपना बहुत कम लोग देख सकते हैं और जिनका कोई मुकाबला नहीं कर सकता।
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