टेक्सास की एक महिला को भारतीय मूल की चार अमेरिकी महिलाओं के ऊपर बिना उकसावे के नस्लीय हमला करने का दोषी ठहराया गया है। टेक्सास के प्लानो की रहने वाली एस्मेराल्डा अप्टन ने हमले के तीन मामलों और आतंकी धमकी देने के एक मामले में अपना गुनाह कबूल लिया है।
यह नस्लीय घटना 24 अगस्त 2022 को प्लानो में सिक्सटी वाइन रेस्तरां के पास एक पार्किंग एरिया में हुई थी। घटना को स्मार्टफोन वीडियो पर रिकॉर्ड भी किया गया था। चंद्रा लॉ फर्म के अनुसार, चारों भारतीय-अमेरिकी महिलाएं दोस्त हैं। वे रेस्तरां में खाना खाने के बाद पार्किंग में टहलते हुए आपस में बातें कर रही थीं, तभी अप्टन उनसे भिड़ गई और उनकी भारतीयता को लेकर नफरती शब्द कहे।
अप्टन ने माना कि घटना के दौरान उसने अनामिका चटर्जी सहित कम से कम तीन महिलाओं पर हमला किया था और उन्हें गोली मारने की धमकी दी थी। जब चटर्जी और अन्य महिलाओं ने अप्टन से उन्हें अकेला छोड़ देने के लिए कहा तो अप्टन ने चिल्लाते हुए कहा था कि 'वापस भारत चले जाओ' और 'अगर तुम्हारे देश में चीजें इतनी अच्छी हैं तो वहीं जाकर रहो।'
वीडियो क्लिप में अप्टन अपने हैंडबैग में हाथ डालकर उन्हें धमकाती दिख रही है। पुलिस के मौके पर पहुंचने पर अप्टन ने चटर्जी और उसके दोस्तों को मारने की धमकी देने की बात स्वीकार कर ली। उसने दावा किया कि ये महिलाएं वीडियो बना रहे थे और वह सब कह रही थी जो मैंने नहीं किया था। उसने कहा था कि अश्वेत लोग इसी तरह की हरकतें करते हैं।
अप्टन को टेक्सास के कानून के अनुसार घृणा अपराध और अन्य आरोपों में दोषी ठहराया गया है। उसने अपने नस्लवादी बयानों के लिए अदालत या पीड़ितों से माफी नहीं मांगी। उसे 40 दिन जेल की सजा सुनाई गई है। ये सजा 19 जुलाई से शुरू होगी। अदालत ने उसे चेतावनी दी है कि पेशी में मौजूद न रहने पर उसे लगातार पूरी सजा काटनी होगी।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login