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थाईलैंड जाने वाले भारतीयों पर्यटकों की बल्ले-बल्ले, वीजा छूट अब इस तारीख तक बढ़ाई

थाईलैंड में अब भारतीय सैलानी 11 नवंबर, 2024 तक बिना वीजा के घूमने-फिरने का आनंद ले सकते हैं। भारतीयों के लिए थाईलैंड सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में उभरा है। यह देश अपनी जीवंत संस्कृति, खूबसूरत समुद्र तटों और हलचल भरे शानदार शहरों के साथ हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है।

थाईलैंड ने भारत के अलावा ताइवान के पर्यटकों के लिए अपने फ्री वीजा प्रोग्राम को अगले छह महीने के लिए बढ़ा है / @ThailandCVB

थाईलैंड में अब भारतीय सैलानी 11 नवंबर, 2024 तक बिना वीजा के घूमने-फिरने का आनंद ले सकते हैं। पर्यटन क्षेत्र को फिर से जीवंत करने और देश अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए थाईलैंड ने भारत और ताइवान के पर्यटकों के लिए वीजा छूट कार्यक्रमों के आगे बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इन देशों के पर्यटकों को वर्तमान छूट की समाप्ति के बाद 11 नवंबर तक वीजा के बिना थाईलैंड में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।

इसके तहत पर्यटकों को एक समय में 30 दिनों तक रहने और थाईलैंड में घूमने-फिरने की अनुमति मिलेगी। यह निर्णय पिछले साल नवंबर में दी गई छूट की सफलता के बाद लिया गया है। पहले, भारतीय और ताइवान के पर्यटकों को वीजा-ऑन-अराइवल योजना के तहत 15 दिनों के लिए रहने और घूमने-फिरने की छूट थी। लेकिन अब उन्हें विस्तारित वीजा-फ्री एंट्री का लाभ मिलेगा।

दरअसल, थाईलैंड के पर्यटन उद्योग को COVID-19 महामारी की वजह से भारी संकटों से जूझना पड़ा है। भारतीय और ताइवान के पर्यटकों के लिए वीजा छूट कार्यक्रमों का विस्तार पर्यटन उद्योग को फिर से नक्शे पर लाने और दुनिया भर के आगंतुकों का गर्मजोशी से स्वागत सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है।

भारतीयों के लिए थाईलैंड सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में उभरा है। यह देश अपनी जीवंत संस्कृति, खूबसूरत समुद्र तटों और हलचल भरे शानदार शहरों के साथ हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। बैंकॉक की हलचल भरी सड़कों से लेकर फुकेत और कोह समुई के शांत द्वीपों तक, थाईलैंड में पर्यटकों को बहुत कुछ मिलता है।

भारतीयों के लिए थाईलैंड न केवल एक पसंदीदा होलीडे डेस्टिनेशन है, बल्कि निकटता के कारण यह एक सुविधाजनक विकल्प भी है। सांस्कृतिक तौर पर भी थाईलैंड, भारत के करीब रहा है। चाहे लजीज स्ट्रीट फूड हों, प्राचीन मंदिरों के बारे में जानना हो या खूबसूरत समुद्र तटों पर आराम करना हो, थाईलैंड एक शानदार अनुभव प्रदान करता है। ये तमाम खूबियां भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। इसके अलावा थाईलैंड का गर्मजोशी भरा आतिथ्य, नाइटलाइफ और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत भारतीय यात्रियों को लुभाती है।

थाईलैंड के पर्यटन और खेल मंत्रालय के मुताबिक, इस साल के पहले चार महीनों में विदेशी पर्यटकों के आगमन में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान करीब 12 मिलियन से अधिक पर्यटक पहुंचे। पिछले साल की इसी अवधि की तुलना करें तो यह 39% की वृद्धि दिखाता है। विशेष रूप से, चीन, मलेशिया, रूस, दक्षिण कोरिया और भारत के पर्यटकों की वजह से यह बढ़ोतरी दिख रही है। जो कुल पर्यटकों की संख्या के करीब आधे हैं।

पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर थाईलैंड रणनीतिक रूप से चीन और रूस जैसे प्रमुख देशों के पर्यटकों पर निर्भर रहा है। ऐसे में इन देशों के यात्रियों को वीजा नियमों में छूट मिलती रही है। जिससे वे अधिक से अधिक संख्या में थाईलैंड पहुंचें।

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