अमेरिका में भारतीय मूल के डेमोक्रेटिक सांसद श्री थनेदार ने सेक्स वर्क को देश भर में अपराध की श्रेणी से बाहर करने की मांग की है। ये मांग उन्होंने पूर्व कांग्रेस सदस्य मैट गेट्ज के खिलाफ आरोपों पर हाउस एथिक्स कमेटी की हालिया रिपोर्ट के बाद की है। थनेदार ने 26 दिसंबर को एक ट्वीट में इस बात पर जोर दिया कि सेक्स वर्क को अपराध न मानने से सेक्स वर्कर अपने साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ पुलिस से मदद मांग सकेंगे। उनका तर्क है कि इससे नाबालिगों के साथ होने वाले मानव तस्करी और शोषण को रोका जा सकेगा और सेक्स वर्कर्स को कानूनी सुरक्षा भी मिलेगी।
थनेदार ने लिखा, 'हमें सेक्स वर्क को अपराध की श्रेणी से बाहर करना चाहिए जिससे सेक्स वर्कर्स को अधिकतम कानूनी सुरक्षा मिल सके और वे अपने दूसरे अधिकारों का भी इस्तेमाल कर सकें। इनमें यूनियन बनाने, न्याय पाने और स्वास्थ्य सेवा का अधिकार शामिल है। अपराध की श्रेणी से बाहर करने से नाबालिगों के साथ होने वाले तस्करी और शोषण को रोका जा सकेगा।' उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा, 'इससे उन्हें अपने खिलाफ हुए अपराधों की भी रिपोर्ट करने में मदद मिलेगी।'
अभी सिर्फ नेवादा में ही सेक्स वर्क लीगल है, जहां इस पर बहुत सख्त नियम हैं। थनेदार की टिप्पणी हाउस एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट में लगे आरोपों के बाद आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गेट्ज ने कांग्रेस में रहते हुए फ्लोरिडा के स्टैच्यूटरी रेप लॉ का शायद उल्लंघन किया। 2017 से 2020 के बीच महिलाओं को पैसे देकर सेक्स किया। रिपोर्ट में एक महिला की गवाही भी शामिल है, जिसने बताया कि 17 साल की उम्र में उसने गेट्ज के साथ सेक्स किया था और उसे इसके 400 डॉलर मिले थे।
गेट्ज ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, इसलिए वो बेकसूर हैं। लेकिन आरोपों के बाद गेट्ज को कांग्रेस से इस्तीफा देना पड़ा था और अटॉर्नी जनरल के पद के लिए अपनी उम्मीदवारी भी वापस ले ली थी। इसके बाद दिसंबर की शुरुआत में ये रिपोर्ट आई थी।
इस विवाद के बावजूद, गेट्ज ने वन अमेरिका न्यूज में मीडिया करियर शुरू कर दिया है और 2026 में फ्लोरिडा के गवर्नर के चुनाव में भी खड़े होने पर विचार कर रहे हैं। लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के अंदर ही उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है। कई सीनेटरों ने उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया है।
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