सिनसिनाटी चैंबर ऑर्केस्ट्रा 17 अगस्त को अपनी 50वीं वर्षगांठ के मौके पर संगीत कार्यक्रमों की समरम्यूजिक श्रृंखला के हिस्से के रूप में विशेष रूप से भारत पर आधारित ऑर्केस्ट्रल संगीत कार्यक्रम 'मेनी कलर्स ऑफ इंडिया' पेश करेगा। 'Many Colors of India' भारतीय डायस्पोरा के लिए एक विशेष कार्यक्रम है।
डॉ. कन्निक्स कन्निकेश्वरन के नेतृत्व में ग्रेटर सिनसिनाटी इंडियन कम्युनिटी कोर, CCO के साथ मिलकर अपनी रचना 'शांति - ए जर्नी ऑफ पीस' (संस्कृत में अपनी तरह का पहला ओरेटोरियो) के अंशों का प्रदर्शन करेगा। यह इस साल 'शांति' की 20वीं वर्षगांठ और इस कोर के पहले कभी हुए कोरल प्रदर्शन की 30वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।
कोरल संगीत भारतीय परंपराओं में अपेक्षाकृत दुर्लभ है। पिछले 30 वर्षों में कन्निक्स द्वारा किया गया अभूतपूर्व कार्य भारतीय रागों और पश्चिमी सामंजस्य को एक शक्तिशाली तरीके से एक साथ लाता है। इसने दुनिया भर के दर्शकों के दिलों को छूआ है, उनका रुपांतरण किया और प्रेरित किया है।
यह उनके काम के लिए मान्यता का एक प्रमुख मील का पत्थर है कि सिनसिनाटी चैंबर ऑर्केस्ट्रा ने फिलिप ग्लास, मोजार्ट, एडवर्ड एल्गर और अन्य जैसे संगीतकारों के कार्यों के साथ-साथ 'शांति' के अंशों का प्रदर्शन करने के लिए चुना है। इस संगीत कार्यक्रम में कन्निक्स की नई रचना 'द चित्रहार ओवरचर' भी शामिल है। यह 12 मिनट में भारतीय लोकप्रिय संगीत के 10 दशकों का एक सिम्फोनिक उत्सव है।
समरम्यूजिक 'बाख मीट्स बॉलीवुड' के साथ जारी है। रविवार 18 अगस्त को एक और विशेष संगीत कार्यक्रम जिसमें बाख, बीथोवेन, कन्निक्स कन्निकेश्वरन, विदिता कन्निक्स द्वारा राग आधारित स्ट्रिंग, पतंजलि के योग सूत्रों से प्रेरित एक कोरल और एक चतुरांग तराना है जिसने पहले इस कोर को वर्ष 2012 में विश्व कोर गेम्स में रजत पदक दिलाया था।
कन्निक्स कन्निकेश्वरन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रसिद्ध संगीतकार/शिक्षक, भारतीय अमेरिकी कोरल संगीत में अपने अग्रणी काम के लिए जाने जाते हैं। इनकी प्रतिभा ने कई शहरों में भारतीय सामुदायिक गायकों के विकास को प्रेरित किया है। उनकी हालिया वृत्तचित्र फिल्म 'कोलोनियल इंटरल्यूड' का प्रदर्शन इस साल की शुरुआत में भारतीय दूतावास, वाशिंगटन डीसी में किया गया था। कन्निक्स के काम का प्रदर्शन बॉम्बे जयश्री, कौशिकी चक्रवर्ती और अन्य जैसे प्रमुख कलाकारों द्वारा किया गया है।
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