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वैश्विक परिप्रेक्ष्य में हिन्दी का अर्थतंत्र : विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर एक विशेष चर्चा

इस आयोजन में प्रख्यात हिंदी शिक्षाविद्, समालोचक और साहित्यकार, प्रो. मिथलेश मिश्र हिन्दी के वैश्विक अर्थतंत्र पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। इस सेमिनार का सीधा प्रसारण फेसबुक और यूट्यूब पर किया जाएगा। यह वेबिनार 11 जनवरी 2025, शनिवार को सुबह 10:30 से 11:30 बजे EST तक होगा।

सांकेतिक तस्वीर / ihaindiana.org

अंतरराष्ट्रीय हिन्दी समिति-इंडियाना आगामी विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में एक विशिष्ट वेबिनार का आयोजन कर रही है। इसका विषय है- वैश्विक परिप्रेक्ष्य में हिन्दी का अर्थतंत्र। यह वेबिनार 11 जनवरी 2025, शनिवार को सुबह 10:30 से 11:30 बजे EST तक होगा।
 

इस आयोजन में प्रख्यात हिंदी शिक्षाविद्, समालोचक और साहित्यकार, प्रो. मिथलेश मिश्र हिन्दी के वैश्विक अर्थतंत्र पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। इस सेमिनार का सीधा प्रसारण फेसबुक और यूट्यूब पर किया जाएगा।
 
भाषा का प्रभाव बाह्य दुनिया में उसके प्रयोग, प्रयुक्ति और उद्देश्य से जुड़ा होता है और आंतरिक रूप से हमारी अस्मिता से। हिन्दी के इन दोनों पहलुओं का अध्ययन आप पहले से करते आए हैं। इस वेबिनार में आप जानेंगे कि कैसे हिन्दी न केवल आंतरिक भावनाओं की भाषा बन चुकी है बल्कि यह व्यवसाय और रोजगार की भी एक महत्वपूर्ण भाषा
बन चुकी है। 

कला, विज्ञान, शिक्षा, कृषि, प्रशासन, राजनीति, स्वास्थ्य, मनोरंजन, खेलकूद आदि क्षेत्रों में इसके प्रभावशाली प्रयोग ने हिन्दी के अर्थतंत्र को सशक्त और सुदृढ़ किया है। आने वाले दशकों में वैश्विक विकास की तेजी से बढ़ती परियोजनाएं हिन्दी के अर्थतंत्र को और भी प्रगति, विविधता और व्यापकता प्रदान करेंगी। 

भारत के बाजारों में प्रवेश करने के लिए वैश्विक कंपनियां भी हिन्दी के अर्थतंत्र से जुड़े बिना सफल नहीं हो पाएंगी। आइए हिन्दी के अर्थतंत्र के विभिन्न पहलुओं को समझें और राष्ट्र-निर्माण में इसके योगदान को पहचानें। भारत के महावाणिज्य दूत, शिकागो, इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। समिति 11 जनवरी 2025 को इस वेबिनार में आपको सादर आमंत्रित करती है।
 

समिति 11 जनवरी 2025 को इस वेबिनार में आपको सादर आमंत्रित करती है। / ihaindiana.org

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