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H1-B वीजा से परे अमेरिका जाने, रहने, काम करने के और भी हैं रास्ते

अमेरिका में काम करने का सपना देख रहे हैं, लेकिन H-1B वीजा लॉटरी की चिंता सता रही है? घबराइए मत। H-1B के अलावा भी कई रास्ते हैं अमेरिका में बसने और काम करने के लिए। O-1A वीजा, EB-1A ग्रीन कार्ड और EB-2 NIW जैसे विकल्प भी हैं जो आपके सपनों को पूरा कर सकते हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर / Courtesy Photo

अगर आपने कभी पढ़ाई या काम के लिए अमेरिका जाने का सोचा है, या जा भी चुके हैं, तो आपने H-1B वीजा के बारे में जरूर सुना होगा। ये एक टेम्परेरी वर्क वीजा है जो 1990 में 'स्पेशलिटी ऑक्यूपेशन्स' वाले इमिग्रेंट्स के लिए शुरू हुआ था। आखिरी बड़ा बदलाव 2004 में हुआ था। इसमें हर साल मिलने वाले वीजा की संख्या 85,000 तय हुई थी। 65,000 बैचलर डिग्री वालों के लिए और 20,000 अमेरिकी मास्टर्स डिग्री या उससे ऊपर की डिग्री वालों के लिए।

2011 से हर साल इन 85,000 वीजा के लिए डिमांड बहुत ज्यादा रही है। 2024 में 85,000 सीटों के लिए 450,000 से ज्यादा लोगों ने अप्लाई किया। इससे H-1B वीजा पाना बहुत मुश्किल हो गया है। लेकिन, आपको सिर्फ H-1B पर ही निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। कई और वीजा और ग्रीन कार्ड के तरीके हैं, जो ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी और स्टेबिलिटी देते हैं। O-1A वीजा, EB-1A ग्रीन कार्ड, और EB-2 नेशनल इंटरेस्ट वेवर (NIW) हाई-स्किल्ड प्रोफेशनल्स के लिए बेहतरीन विकल्प हैं। 

O-1A वीजा: काबिल लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प

O-1A वीजा अमेरिका के सबसे लचीले वर्क वीजा में से एक है। H-1B के उलट इसमें लॉटरी सिस्टम नहीं है। सालाना सीमा नहीं है। मिनिमम सैलरी की कोई शर्त नहीं है। इसे बेहद आसानी से बार-बार बढ़ाया जा सकता है। ये उन STEM प्रोफेशनल्स के लिए बहुत अच्छा है जिनके पास 'बेहतरीन डिग्री' है।

आप O-1A के लिए कैसे क्वॉलिफाई कर सकते हैं?

इसके लिए आपको इन आठ क्राइटेरिया में से कम से कम तीन पूरे करने होंगे:

  • नेशनल या इंटरनेशनल अवॉर्ड्स जीतना
  • ऐसे एसोसिएशन्स में मेंबरशिप होना जहां सिर्फ बेहतरीन लोग ही शामिल होते हैं
  • बड़े मीडिया में आपके बारे में छपा होना
  • अपने फील्ड में दूसरों के काम को जज करना
  • अपने इंडस्ट्री में काफी बड़ा योगदान देना
  • स्कॉलरली आर्टिकल्स लिखना
  • किसी ऑर्गेनाइजेशन में अहम भूमिका निभाना
  • अपने फील्ड के दूसरे लोगों के मुकाबले बहुत ज्यादा सैलरी कमाना

ये पढ़कर थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन इनमें से कई चीजें शायद आप पहले ही कर चुके हैं। देखिये क्या आपने ये काम किए हैं: 

  • जर्नल पेपर्स का पीयर-रिव्यू करना
  • मशहूर ब्लॉग्स या पब्लिकेशन्स में आर्टिकल्स पब्लिश करना (जरूरी नहीं कि सिर्फ एकेडेमिक पेपर्स हों, ब्लॉग्स भी काम करेंगे)
  • हैकाथॉन जज करना
  • रिसर्च ग्रांट पाना
  • पेटेंट फाइल करना
  • अपनी स्टार्टअप के लिए पैसा जुटाना
  • आपके या आपके काम के बारे में प्रेस में आना
  • अपनी कंपनी में जरूरी प्रोजेक्ट्स पर काम करना
  • अपनी जॉब और लोकेशन के हिसाब से ज्यादा सैलरी कमाना

अगर आपने अभी तक ये काम नहीं किए हैं, तो ज्यादातर कामयाबी चाहने वाले प्रोफेशनल्स इन तक पहुंच सकते हैं। फिर भी फायदों के बावजूद, O-1A वीजा का इस्तेमाल बहुत कम होता है। 2023 में, 500,000 H-1B अप्लीकेंट्स के मुकाबले, 5,000 से भी कम STEM प्रोफेशनल्स ने इसके लिए अप्लाई किया। लेकिन, अगर आप अपनी काबिलियत को पहले से ही मजबूत बनाते हैं, तो O-1A एक बेहतरीन विकल्प है। 

EB-1A: बेहतरीन काबिलियत वालों के लिए ग्रीन कार्ड

अगर आप बिना किसी एम्प्लॉयर की स्पॉन्सरशिप के परमानेंट रेसिडेंसी चाहते हैं, तो EB-1A ग्रीन कार्ड एक बेहतरीन विकल्प है। O-1A की तरह, ये भी उन लोगों के लिए है जिनमें बेहतरीन काबिलियत है। लेकिन इसके लिए ज्यादा जरूरी शर्तें हैं। इसकी खास बात ये है कि आप खुद ही इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।मतलब किसी एम्प्लॉयर की स्पॉन्सरशिप की जरूरत नहीं है। 

EB-1A के लिए कौन क्वॉलिफाई कर सकता है?

EB-1A, O-1A वाले आठ क्राइटेरिया ही इस्तेमाल करता है, लेकिन इसके लिए ज्यादा मजबूत सबूत देने होते हैं। अगर आप पहले ही O-1A के लिए क्वॉलिफाई कर चुके हैं, तो कुछ और कामयाबियां हासिल करने के बाद EB-1A के लिए अप्लाई करना आसान हो जाता है। मिसाल के तौर पर, अगर आपने किसी स्टार्टअप के फाउंडर के तौर पर O-1A हासिल किया है, तो अपनी कंपनी को बड़ा करने और कामयाबी हासिल करने के बाद EB-1A के लिए अप्लाई करना सही रहेगा।

EB-1A का फायदा ये भी है कि इसका प्रोसेसिंग टाइम काफी कम है। खासकर दूसरे ग्रीन कार्ड कैटेगरीज के मुकाबले जिनमें लंबा इंतजार करना पड़ता है। अगर ये अप्रूव हो जाता है, तो आपको ग्रीन कार्ड मिल जाता है। इससे आप अमेरिका में बिना किसी एम्प्लॉयर की पाबंदी के हमेशा के लिए रह और काम सकते हैं। 

EB-2 NIW: कामयाबी पाने वाले प्रोफेशनल्स के लिए सेल्फ-पिटीशन ग्रीन कार्ड

अगर आप O-1A या EB-1A के लिए जरूरी 'काबिलियत' वाले नहीं हैं, तो EB-2 नेशनल इंटरेस्ट वेवर (NIW) एक और अच्छा विकल्प है। स्टैंडर्ड EB-2 ग्रीन कार्ड के उलट, NIW में आप खुद ही अप्लाई कर सकते हैं। आप साबित कर सकते हैं कि आपका काम अमेरिका के 'राष्ट्रीय हित' में है।

NIW कैसे काम करता है?

ट्रेडिशनल EB-2 के उलट, जिसमें एम्प्लॉयर की स्पॉन्सरशिप और लेबर सर्टिफिकेशन की जरूरत होती है, NIW में ये शर्तें नहीं होतीं अगर आप ये साबित कर दें:

  1. आपके काम की बहुत अधिक अहमियत और राष्ट्रीय महत्व है।
  2. आप अपने फील्ड को आगे बढ़ाने के लिए बहुत काबिल हैं।
  3. एम्प्लॉयर की स्पॉन्सरशिप को छोड़ देने से अमेरिका को फायदा होगा।

NIW रिसर्चर्स, एंटरप्रेन्योर्स, टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और क्लीन एनर्जी के प्रोफेशनल्स के लिए बहुत अच्छा है। EB-1A के उलट, NIW में बड़े अवॉर्ड्स या मीडिया में आने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसमें आपके काम के असर और संभावनाओं पर जोर दिया जाता है। 

सही रास्ता चुनना

हाई-स्किल्ड इमिग्रेंट्स के लिए H-1B ही एकमात्र विकल्प नहीं है। O-1A उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जिनकी कामयाबी काफी ज्यादा है। EB-1A परमानेंट रेसिडेंसी का सीधा रास्ता देता है। EB-2 NIW कामयाबी पाने वाले प्रोफेशनल्स के लिए लचीलापन देता है।

कामयाबी की कुंजी है जल्दी शुरू करना, शर्तों को समझना और अपनी काबिलियत को सोच-समझकर बढ़ाना। इन विकल्पों को देखकर आप H-1B लॉटरी की अनिश्चितता से बच सकते हैं और अमेरिका में एक ज्यादा मजबूत भविष्य बना सकते हैं। 

(लेखक ने दो किताबें लिखी हैं, 'अनशेकल्ड' और "एडमिटेड'। लेखक unshackled.club के संस्थापक और टैलेंट मोबिलिटी के एक्सपर्ट हैं। इस लेख में व्यक्त विचार और राय लेखक के अपने हैं और जरूरी नहीं कि ये न्यू इंडिया अब्रॉड की आधिकारिक नीति को दर्शाते हों।)

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