भारतीय मूल के ऑलराउंडर निखिल चौधरी होबार्ट हरिकेंस की ओर से खेलते हुए बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन करके बिग बैश लीग (BBL) में तहलका मचा रहे हैं। निखिल भारत की अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान उन्मुक्त चंद के बाद बीबीएल में खेलने वाले दूसरे भारतीय मूल के क्रिकेटर बन गए हैं। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में BBL 2023-24 खेला जा रहा है। इसमें निखिल चौधरी होबार्ट हरिकेंस की ओर से खेल रहे हैं।
An Indian cricketer lighting up the #BBL13 . Nikhil Chaudhary has been a great asset to the Hobart side this year & has always contributed runs when his team needs.
— Aditya (@adityaodds) December 28, 2023
The Delhi born cricketer also follows the same style of play like the rest of the team- go hard or go home. pic.twitter.com/4R99fG7B0X
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पर्थ स्कॉर्चर्स के खिलाफ अपने डिबट मैच में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जेसन बेहरेनडोर्फ को आउट करने से पहले 31 गेंदों में 40 रन की धमाकेदार पारी खेलकर दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। इस लेग स्पिनर ने नए साल के दिन सिडनी थंडर के खिलाफ दो विकेट चटकाकर विकेट के कॉलम में भी जगह बनाई।
दिल्ली में पैदा हुए 27 साल के निखिल बहुत कम उम्र में अपने माता-पिता के साथ पंजाब चले गए थे। अपने शुरुआती दिनों से ही अपनी आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए वह पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह की कप्तानी में पंजाब टीम में शामिल होने के लिए रैंक के माध्यम से आगे बढ़े।
निखिल ने 2019 के अंत में मुंबई इंडियंस के लिए दो बार ट्रायल भी दिया, लेकिन आईपीएल टीम के लिए अंतिम राउंड में जगह नहीं बना पाए। हालांकि, उनकी यात्रा ने एक अप्रत्याशित मोड़ तब लिया जब वह छुट्टी मनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया गए। उस वक्त कोविड महामारी के कारण सीमाएं बंद कर दी गई थीं। लेकिन इसी ने एक बहुमुखी ऑलराउंडर के जीवन की दिशा बदल गई।
उनके सामने कोई और विकल्प नहीं बचा था। निखिल ने ऑस्ट्रेलिया में ही रहकर अपने क्रिकेट के जुनून को धार देने का फैसला किया। उन्हें उत्तरी उपनगर क्रिकेट क्लब के लिए खेलने का अवसर मिला। यहां उन्होंने अपने कोच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर जेम्स होप्स का ध्यान आकर्षित करते हुए एक स्थायी छाप छोड़ी। होप्स होबार्ट हरिकेंस से भी जुड़े थे। उनकी सिफारिश के कारण निखिल ने एक प्रतिष्ठित बीबीएल अनुबंध हासिल किया।
हालांकि उनका भविष्य अब ऑस्ट्रेलिया में है, लेकिन निखिल ने अपनी जड़ों को नहीं खोया है। उनका विशिष्ट उत्सव 'थाई-फाइव', एक महत्वपूर्ण कदम बन गया है, जो प्रसिद्ध भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन की याद दिलाता है, जो उनकी भारतीय विरासत के साथ संबंध दिखाते हैं।
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