इंडोनेशिया अपने पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका, चीन, ऑस्ट्रेलिया, भारत, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस सहित 20 देशों के नागरिकों को वीजा मुक्त प्रवेश देने पर विचार कर रहा है। पर्यटन मंत्री की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि इस लिस्ट को एक महीने के भीतर अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
इस कदम का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है। Photo by Michel Stockman / Unsplash
इंडोनेशिया के पर्यटन मंत्री सांडियागा उनो ने कहा कि उन्हें वीजा छूट पर विचार करने के लिए सरकार से निर्देश मिले हैं। इस कदम का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना, पर्यटन और विदेशी निवेश को बढ़ाना है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कोरोना महामारी से पहले 2019 में इंडोनेशिया में 16 मिलियन से अधिक विदेशी पर्यटक पहुंचे थे। इस साल जनवरी से अक्टूबर तक इंडोनेशिया को 9.49 मिलियन विदेशी पर्यटक पहुंचे जो 2022 में इसी अवधि से 124.3% की वृद्धि है। हाल ही में थाईलैंड और मलेशिया ने भी चीन और भारत के पर्यटकों के लिए वीजा माफ कर दिया है।
इंडोनेशिया ने सितंबर में विदेशी पर्यटकों और काॅरपोरेट निवेशकों को लुभाने के लिए गोल्डन वीजा की भी घोषणा की थी। आव्रजन महानिदेशक सिल्मी करीम ने एक बयान में कहा कि गोल्डन वीजा पांच से 10 साल की विस्तारित अवधि के लिए निवास परमिट प्रदान करता है।
पांच साल के वीजा के लिए पात्र होने के लिए एक व्यक्ति को 2.5 मिलियन डॉलर की कंपनी स्थापित करने की आवश्यकता है। यदि आप 10 साल का वीजा चाहते हैं तो 5 मिलियन डॉलर के निवेश की आवश्यकता होगी। कॉरपोरेट निवेशकों को निदेशकों और आयुक्तों के लिए पांच साल का वीजा प्राप्त करने के लिए 25 मिलियन डालर का निवेश करने की आवश्यकता होती है। उन्हें 10 साल का वीजा हासिल करने के लिए दोगुना, या $ 50 मिलियन का निवेश करने की आवश्यकता है।
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