प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (पीबीएसए)-2025 के लिए तीन अमेरिकी-भारतीयों का चयन हुआ है। शरद लखनपाल, शर्मिला फोर्ड और रवि कुमार एस को उनके योगदान के लिए भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया जाएगा। आगामी 8 से 10 जनवरी को भारतीय स्टेट ओडिशा के भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम आयोजित होगा।
डलास स्थित बोर्ड-प्रमाणित रुमेटोलॉजिस्ट शरद लखनपाल को चिकित्सा विज्ञान में अपने योगदान के लिए यह सम्मान दिया जा रहा है। उन्होंने एक अन्वेषक के रूप में सैकड़ों नैदानिक परीक्षणों में भाग लिया है। वह यूटी साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर में आंतरिक चिकित्सा के क्लिनिकल प्रोफेसर हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित वक्ता लखनपाल ने अमेरिकन कॉलेज ऑफ रुमेटोलॉजी के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है।
बंगाली सांस्कृतिक राजदूत और इस्कॉन से जुड़ीं शर्मिला फोर्ड को उनकी प्रभावशाली सामुदायिक सेवा के लिए पहचाना जाता है। हेनरी फोर्ड के परपोते अल्फ्रेड फोर्ड से विवाहित शर्मिला अमेरिका में बंगाली विरासत की पथप्रदर्शक रही हैं। मायापुर में चंद्रोदय मंदिर सहित इस्कॉन पहलों के लिए अपनी वकालत और समर्थन के माध्यम से, उन्होंने संस्कृतियों को जोड़ा है और वैश्विक आध्यात्मिक पहुंच में योगदान दिया है।
कॉग्निजेंट के सीईओ रवि कुमार एस को व्यवसाय, विशेषकर आईटी और परामर्श में उनके परिवर्तनकारी नेतृत्व के लिए सम्मानित किया जा रहा है। एक दूरदर्शी नेता के रूप में उन्होंने इंफोसिस सहित वैश्विक संगठनों में प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं। वह वर्तमान में यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम जैसे विभिन्न प्रभावशाली बोर्डों पर कार्यरत हैं।
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