शीर्ष अमेरिकी डेमोक्रेट्स ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर कांग्रेस के सहयोगियों के साथ मिलकर भारत के कश्मीर में हुए घातक आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। आतंकी हमले में 22 अप्रैल को कम से कम 26 नागरिकों की जान चली गई। इनमें से अधिकांश पर्यटक थे।
डेमोक्रेटिक नेता हकीम जेफ्रीज ने इस हमले को 'आतंक का एक मूर्खतापूर्ण कृत्य' बताया और पीड़ितों और उनके प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। जेफ्रीज ने एक बयान में कहा कि मैं 22 अप्रैल को कश्मीर में नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए आतंकवादी कृत्य से भयभीत हूं। मैं इस अविश्वसनीय रूप से दर्दनाक समय में पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करने में दुनिया के साथ शामिल हूं। इस घृणित हमले के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। भारत के लोगों को मेरा पूरा समर्थन है क्योंकि देश इस भयानक त्रासदी से जूझ रहा है।
सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर ने भी उनकी भावनाओं को साझा किया। शूमर ने इस वारदात 'विद्रोही हमला' करार दिया। उन्होंने कहा कि शूमर ने कहा कि कश्मीर में हुए विद्रोही हमले में आतंकवादियों द्वारा मारे गए निर्दोष पर्यटकों और स्थानीय लोगों को देखकर मेरा दिल टूट गया है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इस तरह की अनुचित हिंसा को जन्म देने वाली नफरत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
एक दुर्लभ द्विदलीय क्षण में हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के अध्यक्ष और रैंकिंग सदस्य-रिपब्लिकन माइक रोजर्स और डेमोक्रेट एडम स्मिथ ने एक संयुक्त बयान जारी कर हमले की निंदा की और भारत के साथ अपनी साझेदारी के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को दोहराया।
बयान में कहा गया है कि हम जम्मू-कश्मीर में हुए भयावह आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए अपने भारतीय भागीदारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं। इस कठिन समय में हम पीड़ितों, उनके परिवारों और भारत के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।
भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए रोजर्स और स्मिथ ने वैश्विक आतंकवाद से निपटने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने में निरंतर सहयोग के महत्व की पुष्टि की।
बयान में कहा गया है कि भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। हमारे देशों ने सहयोग में बहुत प्रगति की है: हमे आतंकवाद का मुकाबला करना, नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखना और स्थिरता को मजबूत करना है। हमें यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखना चाहिए कि नागरिकों पर हिंसक हमला करने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाए और हमारे देश सुरक्षित, स्वतंत्र और समृद्ध बने रहें।
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