अमेरिका की सियासी किस्मत की नई इबारत लिखने के लिए मंगलवार सुबह से मतदान शुरू हो गया। राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेट कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर के बीच इस रोमांचक मुकाबले पर पूरी दुनिया की नजरें हैं।
इस बार का चुनाव प्रचार दो अभूतपूर्व घटनाओं का गवाह बना है। पहला, ट्रम्प के ऊपर दो बार जानलेवा हमले हुए, वहीं राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आश्चर्यजनक रूप से अपना नाम वापस लेते हुए भारतीय मूल की कमला हैरिस को आगे कर दिया। हैरिस और ट्रम्प की तरफ से अरबों डॉलर खर्च किए जाने के बावजूद चुनाव पूर्व सर्वे में किसी को भी स्पष्ट बढ़त नहीं मिली है।
टीम ट्रम्प ने संकेत दिए हैं कि वह मतदान की रात को ही अपनी जीत का ऐलान कर सकते हैं, भले ही लाखों मतपत्रों की गिनती बाकी हो। कुछ ऐसा ही उन्होंने चार साल पहले किया था। लेकिन असलियत ये है कि यदि प्रमुख राज्यों में जीत का मार्जिन उम्मीद के मुताबिक कम है, तो विजेता का कई दिनों तक पता नहीं चलता है।
व्हाइट हाउस में कोई भी पहुंचे, इतिहास तो बनेगा ही
60 वर्षीय कमला हैरिस अगर व्हाइट हाउस पहुंचीं तो वह पहली महिला राष्ट्रपति, पहली अश्वेत महिला राष्ट्रपति और पहली दक्षिण-एशियाई अमेरिकी राष्ट्रपति होंगी। वहीं अगर 78 वर्षीय ट्रम्प जीतते हैं तो वह पिछली एक सदी से भी अधिक में पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे, जो लगातार कार्यकाल के बिना दूसरी बार व्हाइट हाउस पहुंचेंगे। इसके अलावा वह दो बार महाभियोग का सामना करने वाले एकमात्र राष्ट्रपति और आपराधिक रूप से दोषी ठहराए जाने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति होंगे।
अमेरिका के अगले राष्ट्रपति का निर्धारण करने में सात बैटलग्राउंड राज्यों की अहम भूमिका होगी। प्रचार के अंतिम दिनों तक जनमत सर्वेक्षणों के मुताबिक, किसी को भी स्पष्ट बढ़त नहीं मिली है। अब सबकी नजरें एरिज़ोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, उत्तरी कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन राज्यों पर हैं, जो अगले राष्ट्रपति तय करेंगे।
यही वजह है कि प्रचार के आखिरी वीकेंड में दोनों ने स्विंग स्टेट्स पर फोकस किया। ट्रम्प ने सोमवार शाम को मिशिगन के ग्रैंड रैपिड्स में अपनी अंतिम रैली की, वहीं हैरिस ने पिट्सबर्ग और फिलाडेल्फिया में रैलियां कीं।
रॉयटर्स/इप्सोस के सर्वे में पुरुष और महिला मतदाताओं के रुझान में महत्वपूर्ण अंतर दिख रहा है। इसके मुताबिक, महिला वोटरों के बीच हैरिस 12 प्रतिशत अंकों से आगे हैं, वहीं पुरुषों के बीच ट्रम्प 7 प्रतिशत अंकों से आगे बताए गए हैं।
इस चुनाव में कांग्रेस के दोनों सदनों पर कब्जे का भी फैसला होगा। अमेरिकी सीनेट में रिपब्लिकन के लिए आसान रास्ता बनता दिख रहा है, जहां डेमोक्रेट रिपब्लिकन झुकाव वाले राज्यों में अपनी कई सीटों का बचाव कर रहे हैं। वहीं, प्रतिनिधि सभा टॉस-अप की तरह नजर आ रही है।
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