अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में पूर्व प्रतिनिधि तुलसी गबार्ड के नामांकन को आगे बढ़ाने के लिए 10 फरवरी को मतदान किया। इस तरह प्रशासनिक पदों के लिए अपने सबसे अधिक जोखिम वाले उम्मीदवारों की पुष्टि कराने के लिए राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के प्रयास सफलतापूर्वक जारी हैं।
सीनेट ने बारीकी से देखे जाने वाले नामांकन पर बहस को सीमित करने के लिए एक प्रक्रियात्मक उपाय पर 52-46 वोट दिए। ये वोट इस सप्ताह के अंत में उनकी पुष्टि पर मतदान करने के लिए 100-सदस्यीय चैंबर के लिए रास्ता साफ करने के वास्ते आवश्यक साधारण बहुमत से अधिक हैं। वोट पार्टी लाइन पर ही हुआ। हर रिपब्लिकन ने गबार्ड के नामांकन को आगे बढ़ाने का समर्थन किया जबकि डेमोक्रेट इसके विरोध में रहे।
43 वर्षीय पूर्व डेमोक्रेट के पास महत्वपूर्ण खुफिया अनुभव की कमी और अमेरिकी विरोधियों के समर्थन के रूप में देखे गए पिछले बयानों के बारे में संदेह के बावजूद ट्रम्प के साथी रिपब्लिकन गबार्ड के पीछे लामबंद हो गए हैं।
सीनेट इंटेलिजेंस कमेटी ने पिछले सप्ताह पूर्ण सीनेट में पार्टी लाइन के आधार पर 9-8 वोटों के मामूली अंतर से विचार के लिए गबार्ड के नामांकन की सिफारिश की थी। उनके नामांकन के लिए समर्थन का आग्रह करते हुए रिपब्लिकन सीनेट के बहुमत नेता जॉन थ्यून ने डीएनआई कार्यालय के आकार को कम करने पर सहमति व्यक्त करने के लिए गबार्ड की प्रशंसा की क्योंकि ट्रम्प प्रशासन कई सरकारी एजेंसियों के आकार को कम करने के लिए अभियान चला रहा है। थ्यून ने कहा कि मैं इस सप्ताह सुश्री गबार्ड की पुष्टि करने के लिए उत्सुक हूं।
पिछले साल ट्रम्प की घोषणा के बाद कुछ सीनेटरों ने सभी 18 अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की देखरेख करने वाले पद के लिए आर्मी नेशनल गार्ड की अनुभवी गबार्ड की पसंद पर सवाल उठाया था। इसलिए क्योंकि गबार्ड ने कभी भी खुफिया समिति में काम नहीं किया।
सीनेटरों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण और सीरिया के पूर्व नेता बशर अल-असद की सरकार की रक्षा के प्रति सहानुभूति के रूप में देखे गए पिछले बयानों के बारे में संदेह व्यक्त किया। बशर से गबार्ड ने सीरिया में मुलाकात की थी। तब वह अमेरिकी प्रतिबंध के अधीन थे।
डेमोक्रेटिक सीनेटर एडम शिफ ने प्रक्रियात्मक मतदान के बाद सीनेट भाषण में कहा कि तुलसी गबार्ड आग पर चल रही हैं लिहाजा उन्हे खारिज किया जाना चाहिए। अपनी पुष्टि सुनवाई में गबार्ड को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के ठेकेदार एडवर्ड स्नोडेन के अपने पिछले बचाव और रूस के समर्थन के रूप में देखी जाने वाली टिप्पणियों के बारे में दोनों पक्षों के सीनेटरों से तीखे सवालों का सामना करना पड़ा।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login