अमेरिकी सरकार का संवेदनशील डेटा चुराने की साजिश में तीन पूर्व संघीय कर्मचारियों को अदालत ने सजा सुनाई है। साजिश में दो भारतीय-अमेरिकी भी शामिल थे। न्याय विभाग ने बताया कि एक वाणिज्यिक उद्यम में उपयोग के लिए सरकार के स्वामित्व वाले सॉफ्टवेयर और संवेदनशील कानून-प्रवर्तन डेटाबेस को चुराने के अपराध में तीनों को शुक्रवार को सजा सुनाई गई।
वाशिंगटन डीसी के वर्जीनिया उपनगर एल्डी के मुरली वाई वेंकट (58) को चार महीने की जेल हुई है। वाशिंगटन डीसी के वर्जीनिया उपनगर स्टर्लिंग की सोनल पटेल (49) को दो साल की प्रोबेशन के साथ एक साल की घरेलू कैद की सजा दी गई है। सोनल पर 40,000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना भी है।
न्याय विभाग ने मीडिया से साझा किया कि मैरीलैंड में सैंडी स्प्रिंग्स के चार्ल्स एडवर्ड्स (63) को 18 महीने की जेल और दो साल की निगरानी में रिहाई की सजा सुनाई गई है। एडवर्ड्स होमलैंड सुरक्षा विभाग के महानिरीक्षक कार्यालय (DHS-OIG) के कार्यवाहक महानिरीक्षक थे।
पटेल DHS-OIG के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में काम करते थे। वेंकट अमेरिकी होमलैंड सुरक्षा विभाग (DHS-OIG) के सूचना प्रौद्योगिकी प्रभाग के कार्यवाहक शाखा प्रमुख थे। अदालत के दस्तावेजों और सबूतों के अनुसार वेंकट, एडवर्ड्स और पटेल पहले अमेरिकी डाक सेवा महानिरीक्षक कार्यालय (USPS OIG) में काम किया करते थे।
अभियोजन पक्ष का आरोप था कि तीनों ने एक वाणिज्यिक सॉफ्टवेयर उत्पाद बनाने के लिए चोरी किए गए सॉफ़्टवेयर और डेटाबेस का उपयोग करने की योजना बनाई थी। नये उत्पाद को वे सरकारी एजेंसियों को ही बेचना चाहते थे।
यानी सरकारी सामान चुराकर और सरकार को ही बेचकर दोहरा चूना लगाना चाहते थे। जैसे ही वेंकट को इस मामले की जांच का पता चला तो उसने अपनी चैट डिलीट कर पड़ताल को पटरी से उतारने की भी चाल चली थी।
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