ऑक्सफोर्ड के ओल्ड फायर स्टेशन में 'जर्नी ऑफ द ब्लू सन' नाम से एक कला प्रदर्शनी शुरू हो गई है। यह एक चैरिटी-रन कल्चर हब है जो समकालीन यूके और स्थानीय कला, नाटक और संगीत का प्रदर्शन करता है। इसके साथ ही ब्रिटिश भारतीय अनुभव का एक जीवंत चित्रण प्रदान करता है।सरोज पटेल द्वारा बनाई गई एकल प्रदर्शनी, मूर्तियों, वस्त्रों, ध्वनि और वीडियो का उपयोग करके भारत के एक छोटे से गांव से यूके में एक नए जीवन की यात्रा का पता लगाती है।
बीबीसी से बात करते हुए ऑक्सफोर्डशायर की आर्टिस्ट सरोज पटेल ने कहा, 'उनका काम उनके माता-पिता द्वारा साझा किए गए प्रवासन की कहानियों से प्रेरित है। यूके में प्रवास करने वाले कई भारतीयों की तरह उन्हें कई चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। दूसरी पीढ़ी के प्रवासी के तौर पर कई बातों ने मेरे जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है, जिससे मुझे कहीं अधिक विकल्प और अवसर मिले हैं।'
प्रदर्शनी में बैनबरी के सनराइज मल्टीकल्चरल प्रोजेक्ट की महिलाओं के साथ मिलकर बनाए गए काम शामिल हैं। ब्रिटिश भारतीय कलाकार सरोज पटेल ने इन महिलाओं के साथ काम करने के अपने समय को 'वाकई बहुत अच्छा' बताया। उन्होंने रचनात्मकता और साझा सांस्कृतिक अनुभवों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, 'यह बस एक साथ होने, काम करने के बारे में था। मुझे उनके काम और हुनर बहुत पसंद आए।'
क्यूरेटर मार्क डेवर्यू ने प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा, 'जर्नी ऑफ द ब्लू सन एक महत्वपूर्ण व्यक्तिगत कहानी साझा करती है जो आज यूके में कई समुदायों के साथ प्रतिध्वनित होती है।' प्रदर्शनी आर्ट्स काउंसिल इंग्लैंड, ऑक्सफोर्ड सिटी काउंसिल और अन्य लोगों द्वारा समर्थित है। यह 16 नवंबर तक चलेगी। स्थानीय निवासियों को 19 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाता है, जहां सरोज पटेल डेवरू के साथ प्रवास और पहचान पर चर्चा करेंगी।
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