ADVERTISEMENTs

अमेरिकी कांग्रेसी शर्मन का बांग्लादेश सरकार से आग्रह- हिंदू अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए गंभीर कार्रवाई करे

X पर एक पोस्ट में शर्मन ने कहा कि मैं बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के खिलाफ हाल के हमलों से नाराज हूं और बांग्लादेश सरकार से हिंदू विरोधी हिंसा को खत्म करने के लिए गंभीर कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।

अमेरिकी कांग्रेसी ब्रैड शर्मन / X@Brad Sherman

अमेरिकी कांग्रेसी ब्रैड शर्मन ने बांग्लादेश से हिंदू अल्पसंख्यकों की रक्षा का आह्वान किया है। शर्मन ने एक बयान जारी करते हुए बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने आग्रह किया है कि वह अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की रक्षा करे। 

X पर एक पोस्ट में शर्मन ने कहा कि बांग्लादेश सरकार का कर्तव्य है कि वह सभी नागरिकों, विशेषकर अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को हिंसा से बचाए। मैं बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के खिलाफ हाल के हमलों से नाराज हूं और बांग्लादेश सरकार से हिंदू विरोधी हिंसा को खत्म करने के लिए गंभीर कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।



अमेरिकी कांग्रेसी ने कहा कि यह बांग्लादेश सरकार का दायित्व है कि वह अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की हितों की रक्षा करे और समुदाय की ओर से हाल के हमलों को लेकर किये जा रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर ध्यान दे। उन्होंने आह्वान किया कि वर्तमान प्रशासन को हिंदू हितों की रक्षा और शांति बहाली के प्रयासों का नेतृत्व करना चाहिए। 

गौरतलब है कि बांग्लादेश में आध्यात्मिक नेता चिन्मय दास की गिरफ्तारी के बाद अल्पसंख्यकों की प्रताड़ना बढ़ गई है। चिन्मय दास पर आरोप है कि एक हिंदू समुदाय की रैली के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया। एक स्थानीय नेता इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद दास को गिरफ्तार कर लिया गया। 

इस बीच बांग्लादेश की एक अदालत ने चिन्यम दास प्रकरण में अगली सुनवाई की तारीख 2 जनवरी 2025 तय की है। इसके साथ ही अदालत ने यह भी कहा है कि तब तक आध्यात्मिक नेता को जेल में ही रहना होगा। 

हिंसा रोकने के लिए अमेरिका में प्रदर्शन, ब्रिटेन की संसद में भी उठा मामला
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने के लिए पिछले दिनों अमेरिका में समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे थे। प्रदर्शनकारी हिंसा को रोकने के साथ चिन्मय दास की रिहाई की मांग भी कर रहे थे। उधर, ब्रिटेन की संसद में ही हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का मामला उठाया गया है।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related