अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति पद के प्रमुख उम्मीदवार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने मैदान छोड़कर रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थन का ऐलान किया है। इसके बाद ट्रम्प की कैंपेन टीम ने दावा किया है कि कैनेडी के समर्थक वोट अब ट्रम्प के खाते में आ रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों की राय कुछ अलग है।
रॉयटर्स के मुताबिक, आरएफके जूनियर नाम से चर्चित रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने अपने पिता पूर्व राष्ट्रपति कैनेडी का नाम लेकर डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के लिए अपना अभियान शुरू किया था, लेकिन बदले हालात में शुक्रवार को उन्होंने न सिर्फ रेस से अपना नाम वापस ले लिया बल्कि एरिजोना में ट्रम्प की रैली में भी शामिल हुए।
कैनेडी के ऐलान के बाद ट्रम्प वॉर रूम ने एक्स पर दावा किया कि आरएफके जूनियर के समर्थक वोट अब ट्रम्प की तरफ आ रहे हैं। ट्रम्प कैंपेन के सीनियर एडवाइजर टिम मुर्तो का दावा है कि पेंसिलवेनिया जैसे राज्यों में जहां दसियों हजार वोटों पर उनका असर है, काफी मायने रखते हैं। ये कुल वोटों के आधे या तीन चौथाई तक जा सकते हैं।
Polls show RFK Jr. voters breaking towards Pres. Trump, says Trump campaign senior advisor @TimMurtaugh.
— Trump War Room (@TrumpWarRoom) August 24, 2024
"In a state like Pennsylvania, where it could well come down to tens of thousands of votes — a half-point or three-quarters of a point — that may well make the difference." pic.twitter.com/WWFcbt3OsG
हालांकि चुनावी रणनीतिकार इस बात को लेकर एकराय नहीं है कि कैनेडी के समर्थन से ट्रम्प को मदद मिलेगी या नहीं, जिनका 5 नवंबर को चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के साथ कड़े मुकाबले में हैं।
पर्यावरण वकील कैनेडी जूनियर टीका विरोधी एक्टिविस्ट और डेमोक्रेटिक राजनीति के दो दिग्गजों के बेटे और भतीजे हैं जिनकी 1960 के दशक के दौरान हत्या कर दी गई थी। कैनेडी ने कहा है कि वह 10 राज्यों से अपना नाम वापस ले लेंगे। ये राज्य चुनाव के नतीजों को तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
रॉयटर्स के मुताबिक, कैनेडी अप्रैल 2023 में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ रेस में उतरे थे। एक वक्त ऐसा भी था, जब बहुत से मतदाता बाइडेन की उम्र और ट्रम्प के रवैये की वजह से इन दोनों से खफा थे। उस वक्त कैनेडी का नाम खूब जोर पकड़ रहा था।
हालांकि कैनेडी ने बाद में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया। नवंबर 2023 में रॉयटर्स और इप्सोस के चुनावी सर्वेक्षण में त्रिकोणीय मुकाबले में कैनेडी को 20 प्रतिशत मतदाताओं के समर्थन का दावा किया गया था।
लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन की जगह कमला हैरिस के मैदान में आने के बाद कैनेडी का समर्थन काफी घट गया था। इस महीने कराए गए इप्सोस के पोल में कैनेडी को महज चार फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया था।
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