अमेरिका में बीते माह यानी अप्रैल में नौकरियों के अवसरों में कमी दर्ज की गई है। यह कमी विश्लेषकों के अनुमान से भी धीमी है। इस कारण बेरोजगारी में वृद्धि हुई है। 3 मई को जारी सरकारी आंकड़ों से संकेत मिलता है कि श्रम बाजार में ठंडक है। हालांकि लचीलालापन बना हुआ है।
हालात को लेकर श्रम विभाग ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में पिछले महीने 175,000 नियुक्तियां हुईं जो मार्च के 315,000 आंकड़े से कम हैं। इसे ऊपर की ओर संशोधित किया गया था। बेरोजगारी दर मार्च के 3.8 प्रतिशत से थोड़ा बढ़कर पिछले महीने 3.9 प्रतिशत हो गई।
हालांकि नियुक्तियों में कमी आई है लेकिन अप्रैल में जोड़ी गई नौकरियों की संख्या 100,000 से काफी ऊपर बनी हुई है। यह संख्या औसत है जिसे लेकर कुछ अर्थशास्त्रियों का कहना है कि बेरोजगारी दर को स्थिर रखने के लिए इतनी संख्या आवश्यक है।
श्रम विभाग के अनुसार अप्रैल में मासिक आधार पर वेतन वृद्धि 0.2 प्रतिशत रही, जो मार्च में 0.3 प्रतिशत थी। नियुक्ति के आंकड़ों में ढील के अलावा नीति निर्माता वेतन लाभ में भी कमी की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि वे मुद्रास्फीति को कम करना चाहते हैं।
अलबत्ता, एक साल पहले की तुलना में अप्रैल में औसत प्रति घंटा कमाई 3.9 प्रतिशत अधिक थी। एक ठोस श्रम बाजार ने उच्च ब्याज दरों के बावजूद उपभोग और आर्थिक विकास को बढ़ाने में मदद की है जो आम तौर पर घरों और व्यवसायों के लिए उधार लेना अधिक महंगा बनाता है।
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