अमेरिकी सरकार ने भारतीय छात्राओं के लिए एक नई फेलोशिप शुरू करने की घोषणा की है। इसका नाम Women in STEMM Fellowship होगा। इसमें साइंस, टेक्नोलोजी, इंजीनियरिंग, मैथ के साथ साथ मेडिसिन की उच्च शिक्षा ग्रहण करने की इच्छुक भारतीय छात्राओं की मदद की जाएगी। भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने इस फेलोशिप को लॉन्च किया।
ये फेलोशिप जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के गुप्ता-क्लिंस्की इंडिया इंस्टिट्यूट और यूएस-इंडिया अलायंस फॉर वुमन्स इकनोमिक एम्पावरमेंट के सहयोग से शुरू की गई है। इसका उद्देश्य वैज्ञानिक एवं शोधार्थी उभरती महिला वैज्ञानिकों को STEMM क्षेत्रों में लीडर बनने में मदद करना है।
I'm thrilled to share that, with over 330,000 students, India has sent more students to the U.S. than any other country this year! This is International Education Week. Let’s celebrate the power of education to build tomorrow’s leaders and deepen our bonds. I came to India first… pic.twitter.com/XgwV778nE0
— U.S. Ambassador Eric Garcetti (@USAmbIndia) November 18, 2024
STEMM लॉन्च इवेंट में अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने कहा कि विमेन इन एसटीईएमएम इंडिया फेलोशिप महिलाओं को आगे ले जाने की भारत और अमेरिका की संयुक्त पहल है। यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित एवं चिकित्सा (एसटीईएमएम) के भविष्य को आकार देने में शिक्षा, सहयोग और लैंगिक समानता के वैश्विक महत्व को रेखांकित करती है।
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सप्ताह के दौरान इस फेलोशिप को लॉन्च किया जाना इसकी अहमियत दर्शाता है। यह दिखाता है कि शिक्षा सीमाओं तक सीमित नहीं है। यह हमारे देशों और संस्थानों के बीच वैश्विक चुनौतियों को हल करने की दिशा में सहयोग की कुंजी है।
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट रोनाल्ड जे डेनियल ने कहा कि हम मानते हैं कि ग्लोबल इनोवेशन को आगे बढ़ाने के लिए एसटीईएमएम में महिलाओं को सशक्त बनाना जरूरी है। यह फेलोशिप उन बाधाओं को खत्म करती है जो इन क्षेत्रों में महिलाओं की प्रगति को अक्सर सीमित कर देती हैं।
डेनियल ने आगे कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी में शुरू की गई 'वीमेन इन एसटीईएमएम फैलोशिप' को भारतीय महिला वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण शोध कौशल हासिल करने, मेंटर्स तक पहुंचने और वैश्विक नेटवर्क से जुड़ने में मदद के लिए डिज़ाइन किया गया है।
भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में बताया कि अमेरिका में उच्च शिक्षा हासिल करने के इच्छुक भारतीय छात्र छात्राएं EducationUSA वेबसाइट और एप के जरिए आवश्यक सूचनाएं हासिल कर सकते हैं। यह अमेरिकी विदेश विभाग से फंडेड प्रोग्राम है जिसका उद्देश्य भारत समेत विश्व में छात्रों के बीच अमेरिकी उच्च शिक्षा को प्रमोट करना है।
बताया गया कि मुंबई स्थित अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास और डेनवर विश्वविद्यालय जल्द ही एक मुफ्त डिजिटल गाइड लॉन्च करेंगे, जिसमें भारतीय कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अमेरिकी समकक्षों के साथ सहयोग करने में मदद के उद्देश्य से अमेरिकी एजुकेशन सिस्टम और रिसोर्सेज आदि की जानकारियां होंगी।
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