अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (DHS) ने H-1B वीजा प्रोग्राम में बड़े बदलावों का ऐलान किया है। इससे वीजा प्रक्रिया अधिक सरल, पारदर्शी और विश्वसनीय बनने की उम्मीद है। यह कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था की जरूरतों और बदलते कार्यबल के अनुरूप H-1B प्रोग्राम को ढालने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। नए नियमों से विदेशी हुनरमंदों को अमेरिका में नौकरी पाने में आसानी होगी और कंपनियों को भी योग्य प्रतिभा की भर्ती में मदद मिलेगी।
इस प्रोग्राम के तहत अमेरिकी कंपनियां विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों (specialty occupations) में काम करने वाले विदेशी कर्मचारियों को नौकरी पर रख सकती हैं। नए नियमों में 'विशेषज्ञता वाले क्षेत्रों' की परिभाषा को और स्पष्ट किया गया है। गैर-लाभकारी और सरकारी अनुसंधान संस्थानों के लिए वीजा की सालाना सीमा से छूट को भी बढ़ाया गया है। इससे इन संस्थानों को प्रतिभाशाली लोगों की भर्ती में आसानी होगी।
नए नियम में कई अहम बदलाव किए गए हैं, जिससे कामकाज आसान होगा और प्रोग्राम और भी असरदार बनेगा। अब USCIS एक ही नियोक्ता और कर्मचारी के लिए पहले के फैसलों को मान लेगा। इससे बार-बार जांच करने और देरी से बचा जा सकेगा। इस नियम से गैर-लाभकारी और सरकारी रिसर्च संस्थानों के लिए खास हुनरमंद लोगों को काम पर रखने की प्रक्रिया साफ और आसान हो गई है। इससे उद्योग, शिक्षा और सरकार के बीच मजबूत सहयोग बढ़ेगा।
नियोक्ताओं को दस्तावेज देने होंगे जिससे यह सबूत दिया जा सके कि H-1B की नौकरियां असली हैं और अटकलों पर आधारित नहीं। DHS प्रोग्राम के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, यह जांचने के लिए स्थल का निरीक्षण (site visits) भी कर सकेगा।
H-1B वीजा अमेरिकी कंपनियों को विदेशी टैलेंट को नौकरी पर रखने की इजाजत देता है। ये खास तकनीकी नौकरियां ) होती हैं, जिनके लिए कम से कम ग्रेजुएशन की डिग्री जरूरी होती है। ये नियम फेडेरल रजिस्टर में प्रकाशित होने के 30 दिन बाद लागू हो जाएगा। ये इस प्रोग्राम की पुरानी समस्याओं को सुलझाने और अमेरिकी अर्थव्यवस्था और वर्कफोर्स की बदलती जरूरतों के साथ इसे मिलाने के लिए एक अहम कदम है।
होमलैंड सिक्योरिटी के सेक्रेटरी एलेजैंड्रो एन. मेयोर्कस ने कहा, 'अमेरिकी कारोबार ज्यादा हुनरमंद लोगों को नौकरी पर रखने के लिए H-1B वीजा प्रोग्राम पर निर्भर करते हैं, जिससे पूरे देश के समुदायों को फायदा होता है। इस प्रोग्राम में सुधार से नौकरी देने वाली कंपनियों को विश्वभर से टैलेंट भर्ती करने में ज्यादा लचीलापन मिलेगा। हमारी आर्थिक प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। ज्यादा हुनरमंद कामगार अमेरिका में नई खोजों को आगे बढ़ाते रहेंगे।'
US Citizenship and Immigration Services (USCIS) की डायरेक्टर, उर एम. जैड्यू का भी मानना है कि इस नए नियम से अमेरिकी कंपनियों को ज्यादा हुनरमंद लोगों को भर्ती करने में आसानी होगी, जो देश की तरक्की और नई खोजों के लिए जरूरी हैं। साथ ही, इससे वीजा प्रोग्राम ज्यादा भरोसेमंद भी बनेगा।
इमिग्रेशन और क्रिमिनल जस्टिस रिफॉर्म एडवोकेसी ऑर्गनाइजेशन FWD.us के अध्यक्ष टॉड शुल्टे ने इन बदलावों की तारीफ करते हुए कहा कि इससे अमेरिका ज्यादा हुनरमंद और उच्च शिक्षित लोगों को आकर्षित और रख पाएगा। उन्होंने कहा, यह नया नियम H-1B वीजा प्रोग्राम की मुख्य समस्याओं को सुलझाता है।
उन्होंने इन बदलावों के व्यापक महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को अधिक फायदा होगा। इसके साथ ही H-1B प्रोग्राम में सालों से चली आ रही कमियों को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने कहा, इन बदलावों से नौकरी देने वाली कंपनियों और कामगारों दोनों के लिए यह प्रोग्राम ज्यादा पारदर्शी होगा और इसकी ईमानदारी भी बनी रहेगी।
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