यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) ने कॉग्निजेंट के सीईओ रवि कुमार एस. को अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल किया है। USISPF के प्रेसिडेंट एवं सीईओ डॉ. मुकेश अघी ने रवि की तारीफ करते हुए उन्हें टेक इंडस्ट्री का अगुआ करार दिया और उम्मीद जताई कि उनके सहयोग से फोरम दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करने में कामयाब होगा।
️ We are thrilled to welcome @imravikumars, CEO of @Cognizant, to the USISPF Board of Directors.
— US-India Strategic Partnership Forum (@USISPForum) March 5, 2024
At the helm of Cognizant, Ravi sets the strategic direction of the company and has inculcated a strong client-first culture at all levels. Since taking over in January 2023,… pic.twitter.com/iHyGn7mmCo
डॉ. मुकेश अघी ने आगे कहा कि रवि कुमार आगे की सोच रखने वाले ऐसे विचारशील लीडर हैं, जो तेजी से बदलने वाले इस सेक्टर को लेकर अद्वितीय सोच रखते हैं। USISPF में हमारा उद्देश्य अमेरिका और भारत के बीच मजबूत संबंधों का निर्माण करना है, खासकर आईटी जैसे सर्विस सेक्टर में।
उन्होंने कहा कि आईटी सेवाओं का निर्यात अमेरिका की तकनीकी अर्थव्यवस्था में भारत के प्रमुख योगदानों में से एक है। डिजिटल फर्स्ट अर्थव्यवस्था और डिजिटल व्यापार के इस दौर में, कॉग्निजेंट वर्षों से अमेरिका-भारत के बीच प्रौद्योगिकी साझेदारी में बढ़ते सहयोग की सफलता का बेहतरीन उदाहरण बना हुआ है।
डॉ. अघी ने कहा कि भारत की तकनीकी प्रतिभाएं अमेरिका के अंदर टेक सेक्टर को मजबूती देने और उसे विस्तारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। मैं USISPF बोर्ड में रवि का तहे दिल से स्वागत करता हूं। मुझे यकीन है, वह यूएस-भारत की कहानी में संबंधों का नया चैप्टर लिखेंगे।
USISPF के चेयरमैन जॉन चैंबर्स ने रवि कुमार को बधाई देते हुए कहा कि रवि आईटी सर्विसेज में एक निपुण नेता हैं और इंडस्ट्री में उनका अनुभव काफी व्यापक है। मैं रवि को हमारे बोर्ड में शामिल करने के लिए उत्सुक हूं। उनके सहयोग से हमें अपने दोनों लोकतंत्रों के बीच समृद्ध तकनीकी साझेदारी को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
रवि कुमार ने कहा कि मैं USISPF के निदेशक मंडल में शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। कॉग्निजेंट में मुझे एक अमेरिकी कंपनी का नेतृत्व करने का सम्मान मिला है जो कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के बीच भारत की दूसरी सबसे बड़ी नियोक्ता कंपनी है।
उन्होंने कहा कि हमारे लगभग 3,50,000 कर्मचारियों में से 70 प्रतिशत भारत में रहते हैं। मेरा मानना है कि उनकी तकनीकी प्रतिभा दोनों देशों को आर्थिक सफलता दिलाने में मदद करेगी। यह ऐसा मिशन है जिसके लिए USISPF समर्पित है। मैं दोनों देशों की पारस्परिक सफलता की कहानी लिखने में मदद के लिए रोमांचित हूं।
USISPF के अलावा रवि कुमार ट्रांसयूनियन और यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स के निदेशक मंडल में भी शामिल हैं। वह न्यूयॉर्क एकेडमी ऑफ साइंसेज के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में भी हैं।
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