भारत के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) के चांसलर जी. विश्वनाथन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालय का दौरा किया और सहयोग के अवसरों पर चर्चा की। विश्वनाथन के साथ वीआईटी के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के निदेशक आर. श्रीनिवासन भी थे।
चांसलर विश्वनाथन ने अपनी पहली वेंडरबिल्ट यात्रा के दौरान कई बैठकों में भी हिस्सा लिया। प्रतिनिधिमंडल को कैंपस और लैब का टूर भी कराया गया। इसकी अगुआई वीयूएसई की प्रोफेसर अनीता महादेवन जानसेन ने की। चांसलर विश्वनाथन और श्रीनिवासन ने वेंडरबिल्ट में कार्यरत वीआईटी के पूर्व छात्रों से भी मुलाकात की।
अकादमिक सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से प्रोवोस्ट व अकादमिक मामलों के कुलपति सी. साइबेले रावेर और वाइस प्रोवोस्ट ट्रेसी शार्पल व्हिटिंग के साथ उच्च स्तरीय चर्चाएं आयोजित की गईं। प्रोवोस्ट रावर ने कहा कि चांसलर विश्वनाथन की यात्रा अनुसंधान एवं शिक्षा में वैश्विक सहयोग के महत्व को दर्शाती है। हमें उम्मीद है कि वीआईटी के साथ संभावित साझेदारी हमारे अकादमिक समुदाय को समृद्ध बनाएगी और इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी।
वीयूएसई के निदेशक (दाखिले) और स्नातक शिक्षा के सहायक डीन गेब्रियल लुइस ने वीआईटी प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की। लुइस इससे पहले वीआईटी के वेल्लोर और चेन्नई कैंपस का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने दोनों संस्थानों के बीच गहरे सहयोग की संभावनाओं को लेकर उत्साह व्यक्त किया।
लुइस ने कहा कि भारत वेंडरबिल्ट के लिए रणनीतिक महत्व का उच्च शिक्षा बाजार है। हम अपने विश्वविद्यालय को विश्व अग्रणी बनने और उच्च शिक्षा में अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने में सक्रिय भूमिका निभाने की स्थिति में हैं।
यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट में वीआईटी को भारत में छठा और विश्व स्तर पर 687वें स्थान पर रखा गया है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में यह 791 और 800 के बीच है।
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