अमेरिका में वरमोंट स्टेट सीनेट की पहली अश्वेत महिला सीनेटर केशा राम हिंसडेल की नवंबर में होने वाले चुनाव में उम्मीदवारी फाइनल हो गई है। खबरों के मुताबिक, उन्होंने चित्तेंडेन साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट सीनेट प्राइमरी में जीत हासिल कर ली है।
चुनाव के नतीजों का खबर लिखे जाने तक आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ था, लेकिन स्थानीय मीडिया आउटलेट बर्लिंगटन फ्री प्रेस ने अनौपचारिक परिणामों के हवाले से दावा किया है कि डेमोक्रेट पार्टी की प्रत्याशी केशा राम हिंसडेल को 5,440 वोट मिले हैं जो कि कुल वोटों का 24.43 प्रतिशत वोट हैं।
दक्षिण पूर्व जिले के सभी प्राइमरी चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई है। निवर्तमान थॉमस चित्तेंडेन और वर्जीनिया वी ने भी अपनी-अपनी सीटों पर उम्मीदवारी जीत ली है।
दक्षिण पूर्व जिला जिसमें दक्षिण बर्लिंगटन और विलिस्टन शामिल हैं में चुनावों के दौरान भारी संख्या में लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। हिंसडेल भी वरमोंट की राजनीति में नया इतिहास बना रही हैं।
आर्थिक एवं नस्लीय न्याय की प्रमुख पैरोकार हिंसडेल इस वक्त सीनेट की आर्थिक विकास, आवास एवं सामान्य मामलों की समिति की अध्यक्ष हैं। वह सीनेट की वित्त समिति और संयुक्त न्याय निरीक्षण समिति की भी सदस्य हैं।
वरमोंट की राजनीति में केशा राम की एंट्री 2008 में हुई थी, जब वह वरमोंट से हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए चुनी गई थीं। उस समय वह देश में सबसे कम उम्र की स्टेट लेजिस्लेटर बनी थीं। वर्मोंट यूनिवर्सिटी से नेचरल रिसोर्सेज प्लानिंग में साइंस ग्रेजुएट हिंसडेल ने पॉलिटिकल साइंस में बीए की डिग्री भी ले रखी है।
प्राइमरी में जीत के बाद केशा राम अब 5 नवंबर को होने वाले आम चुनाव में हिस्सा लेंगी, जहां उनका मुकाबला रिपब्लिकन ब्रूस रॉय और अन्य कैंडिडेट्स से होगा।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login