अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने 15 मई को 'देसीज डिसाइड' वार्षिक शिखर सम्मेलन में अधिक से अधिक भारतीय-अमेरिकियों से संयुक्त राज्य अमेरिका की चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने का आग्रह किया। हैरिस ने कहा कि समुदाय का प्रतिनिधित्व बढ़ती आबादी को प्रतिबिंबित नहीं करता।
सम्मेलन में हैरिस ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमारे कार्यालय के लिए चुनावी प्रक्रिया में भारतीय-अमेरिकियों की अधिक भागीदारी रही है। लेकिन यह संख्या अब भी बढ़ती आबादी के आकार को प्रतिबिंबित नहीं कर रही। डेमोक्रेटिक थिंक टैंक इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में उप राष्ट्रपति ने कहा कि अगर भागीदारी नहीं बढ़ेगी तो आप हमेशा खुद को अकेला पाएंगे।
अमेरिकी कांग्रेस में वर्तमान में पांच निर्वाचित भारतीय-अमेरिकी सदस्य हैं- राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, डॉ. अमी बेरा, श्री थानेदार और प्रमिला जयपाल। इम्पैक्ट संगठन ने कांग्रेस में भारतीय-अमेरिकी ताकत को 10 सदस्यों तक बढ़ाने का अनुमान लगाया है।
अपने भाषण की शुरुआती टिप्पणियों में हैरिस ने इम्पैक्ट द्वारा किए गए कार्यों को स्वीकार किया लेकिन वह फिर से अधिक भारतीय-अमेरिकियों की राजनीतिक भागादारी के मसले पर आ गईं। उन्होंने कहा कि यह सचमुच असाधारण है। मैं निश्चित रूप से संगठन को हर चीज के लिए धन्यवाद देना चाहती थी और उन सभी चीजों के लिए शुक्रिया कहना चाहती थी जिसका यह प्रतिनिधित्व करता है लेकिन विशेष रूप से यह बात मैं उन लोगों से कहना चाहती हूं जो कार्यालय के लिए दौड़ चुके हैं या पद के लिए दौड़ने की इच्छा रखते हैं कि वे अवश्य आगे आएं।
उपराष्ट्रपति ने यह भी बताया कि कैसे उनकी मां 1950 के दशक में पहली बार अमेरिका पहुंचीं और फिर नागरिक अधिकार आंदोलन में भाग लिया। उन्होंने कहा कि उनकी मां तब केवल 19 वर्ष की थीं जब उन्होंने बर्कले में नागरिक अधिकारों के लिए आंदोलन में हिस्सा लिया।
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